कांस्टेबल ने बनाया अंडर वाटर कांटा
देहरादून–उत्तराखण्ड की देवदूत , हनुमान पुलिस इत्यादि उप नामों से भी पहचान बनाती रेस्कयू कार्यों में पारंगता एवम नवीनता के लिए जानी जाती राज्य आपदा प्रतिवादन बल के जवान कांस्टेबल बिक्रम सिंह ने अपनी वैज्ञानिक प्रतिभा को नवदिशा प्रदान करते हुए।अति उपयोगी उपकरण वायर रिमोर्ट चलित अंडर वाटर अंकुश (कांटा) का अविष्कार कर दिया।ज्ञातव्य हो कि एस डी आर एफ फ्लड टीमों की तैनाती ऋषिकेश एवम नैनीताल में वर्ष भर रहती हैं।
जिनके द्वारा लगातार अनेक फ्लड रेस्क्युओं को अंजाम दिया जाता रहा है उत्तराखण्ड की तेज प्रवाह एवम ढलान युक्त नदियों में शवों की बरामदगी हेतु नदियों में राफ्ट अथवा किनारों से रस्सियों में कांटे को बांध कर सर्चिंग की जाती रही है किंतु अधिकांश मामलों में कांटा बड़ी चट्टानों , झाडियो एवम अन्यत्र कवाड़ में फंस जाता है जहाँ से उसे पुनः हासिल करने में काफी सर्चिंग समय बर्वाद हो जाता है एवम जान का जोखिम बना रहता है।तेज बहाव नदियों में रेत की अत्यधिक मात्रा से अंडरवाटर ड्रोन सिस्टम के नुकसान होने के साथ ही अस्पष्ट छवि प्राप्त होने का अंदेशा रहता है किंतु इस उपकरण के उपयोग से रेस्कयू कार्यों में अत्यधिक सहायता प्राप्त होगी जिससे रेसक्यू कार्यों को गति प्राप्त होगी।सम्पूर्ण उपकरण का वजन लगभग 6 से 07 किग्राम एवम और लम्बाई लगभग 80 सेमी है जिसे6 वॉल्ट की बैटरी से राफ्ट में बैठकर आसानी से संचालित किया जा सकता है।एस डी आर एफ सेनानायक तृप्ति भट्ट (आईपीएस) के द्वारा कांस्टेबल बिक्रम सिंह की बहुमुखी प्रतिभा पर नगद 2500 रुपये के नगद पुरस्कार से पुरुस्कृत किया। एवम भविष्य में स्वचलित बॉडी रिवर उपकरण बनाने प्रोत्साहित किया ।
जिनके द्वारा लगातार अनेक फ्लड रेस्क्युओं को अंजाम दिया जाता रहा है उत्तराखण्ड की तेज प्रवाह एवम ढलान युक्त नदियों में शवों की बरामदगी हेतु नदियों में राफ्ट अथवा किनारों से रस्सियों में कांटे को बांध कर सर्चिंग की जाती रही है किंतु अधिकांश मामलों में कांटा बड़ी चट्टानों , झाडियो एवम अन्यत्र कवाड़ में फंस जाता है जहाँ से उसे पुनः हासिल करने में काफी सर्चिंग समय बर्वाद हो जाता है एवम जान का जोखिम बना रहता है।तेज बहाव नदियों में रेत की अत्यधिक मात्रा से अंडरवाटर ड्रोन सिस्टम के नुकसान होने के साथ ही अस्पष्ट छवि प्राप्त होने का अंदेशा रहता है किंतु इस उपकरण के उपयोग से रेस्कयू कार्यों में अत्यधिक सहायता प्राप्त होगी जिससे रेसक्यू कार्यों को गति प्राप्त होगी।सम्पूर्ण उपकरण का वजन लगभग 6 से 07 किग्राम एवम और लम्बाई लगभग 80 सेमी है जिसे6 वॉल्ट की बैटरी से राफ्ट में बैठकर आसानी से संचालित किया जा सकता है।एस डी आर एफ सेनानायक तृप्ति भट्ट (आईपीएस) के द्वारा कांस्टेबल बिक्रम सिंह की बहुमुखी प्रतिभा पर नगद 2500 रुपये के नगद पुरस्कार से पुरुस्कृत किया। एवम भविष्य में स्वचलित बॉडी रिवर उपकरण बनाने प्रोत्साहित किया ।
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