भारत की कूटनीति के आगे पाकिस्तान परस्त
देहरादून - मिग-21 के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को पाकिस्तान ने रिहा करने का फैसला लिया लेकिन अभी उनकी रिहाई में कुछ वक्त और लगेगा जहां तक लोगों का कहना है कि जेनेवा संधि के अंतर्गत इनको युद्ध बंदी के रूप में रिहा किया जा रहा है लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि भारत और पाकिस्तान का तो युद्ध हुआ ही नहीं तो यह उस संधि में नहीं आती नहीं है तो फिर इनकी रिहाई मुमकिन कैसे हो रही है इसका दूसरा पहलू यह भी है कि पाकिस्तान के ऊपर अमेरिका का प्रेशर है और इस प्रेशर के चलते पाकिस्तान विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को रिहा करने के लिए तैयार हुआ है जहां तक जानकारी प्राप्त हुई है वह इस प्रकार से है
कि अमेरिका ने पाकिस्तान को f-16 लड़ाकू विमान अफगानिस्तान में तालिबानियों के खिलाफ अमेरिका का साथ देने पर उसे दिया था, और साथ ही साथ एक करार भी किया गया था कि पाकिस्तान इस f-16 का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ युद्ध में नहीं करेगा और इसी कारण पाकिस्तान प्रेशर में रहा क्योंकि उसके तीन f-16 विमान भारत की सरहद में हमला करने के लिए आए थे जिन्हें एयर फोर्स के जा बाजो ने उसी की सीमा के अंदर मार गिराया था जिसे विंग कमांडर अभिनंदन चला रहे थे, तो इसलिए इसी डर से पाकिस्तान कबूल नहीं कर रहा था कि उसके f-16 विमान भारत की सरहद में दाखिल हुए थे, जबकि भारत शुरू से यह कहता आ रहा था कि पाकिस्तान ने अपने एफ 16 विमानों को भारत पर हमला करने के लिए भेजे थे, क्योंकि भारत का कहना था की हमारा मिग-21 जहाज दुर्घटनाग्रस्त हुआ, भारत ने कभी इस बात को नहीं कबूला की उनके विमानों पर हमला हुआ है उसने शुरू से यह बात रखी की उनका विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है जो कि एक हिंदुस्तान में गिरा और दूसरा पाकिस्तान में जो पाकिस्तान में गिरा उसने पाकिस्तान के एफ 16 विमान को ध्वस्त किया था इसी वजह से पाकिस्तान इस बात को कबूल नहीं कर रहा था कि उसके f-16 विमान उड़े थे वह दूसरे विमानों का जिक्र कर रहा था और f-16 को गुप्त रख रहा था लेकिन भारत ने अंतर्राष्ट्रीय पटल पर पाकिस्तान कि यह पोल खोल दी और f16 के कुछ भाग भी वायु सेना थल सेना और जल सेना ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाएं और साथ ही मिसाइल के इससे जो कि आप 16 जहां से ही लांच किए जा सकते हैं, इसलिए पाकिस्तान को मजबूरन ही हमारे पायलट विंग कमांडर अभिनंदन को तत्काल रिहा करने का सदन से प्रधानमंत्री इमरान खान ने घोषणा की क्योंकि भारत की कूटनीति बहुत ही सधी हुई थी और उसने पाकिस्तान को पूरी दुनिया में अलग थलग कर दिया था इसी वजह से पाकिस्तान को झुकना पड़ा, हमारे देश के कूटनीतिक विशेषज्ञों की जिन्होंने बहुत ही अच्छी तरह से कूटनीति के जरिए पाकिस्तान को चारों तरफ से घेर लिया और उसे उसी के साथियों द्वारा पाकिस्तान को आतंक के साथ होने की वजह से उसके खिलाफ हो कर कन्नी काट ली,इस समय जो कूटनीति का इस्तेमाल हुआ वह बहुत ही शानदार तरीके से अपने अंजाम तक पहुंचाने मैं कामयाब रहा और सांप भी मर गया लाठी भी नहीं टूटी जबकि इससे पहले भारत की कूटनीति बहुत ही कमजोर रही थी और पिछली सरकारी इसे सकारात्मक तरीके से इस्तेमाल नहीं कर पा रही थी,
कि अमेरिका ने पाकिस्तान को f-16 लड़ाकू विमान अफगानिस्तान में तालिबानियों के खिलाफ अमेरिका का साथ देने पर उसे दिया था, और साथ ही साथ एक करार भी किया गया था कि पाकिस्तान इस f-16 का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ युद्ध में नहीं करेगा और इसी कारण पाकिस्तान प्रेशर में रहा क्योंकि उसके तीन f-16 विमान भारत की सरहद में हमला करने के लिए आए थे जिन्हें एयर फोर्स के जा बाजो ने उसी की सीमा के अंदर मार गिराया था जिसे विंग कमांडर अभिनंदन चला रहे थे, तो इसलिए इसी डर से पाकिस्तान कबूल नहीं कर रहा था कि उसके f-16 विमान भारत की सरहद में दाखिल हुए थे, जबकि भारत शुरू से यह कहता आ रहा था कि पाकिस्तान ने अपने एफ 16 विमानों को भारत पर हमला करने के लिए भेजे थे, क्योंकि भारत का कहना था की हमारा मिग-21 जहाज दुर्घटनाग्रस्त हुआ, भारत ने कभी इस बात को नहीं कबूला की उनके विमानों पर हमला हुआ है उसने शुरू से यह बात रखी की उनका विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है जो कि एक हिंदुस्तान में गिरा और दूसरा पाकिस्तान में जो पाकिस्तान में गिरा उसने पाकिस्तान के एफ 16 विमान को ध्वस्त किया था इसी वजह से पाकिस्तान इस बात को कबूल नहीं कर रहा था कि उसके f-16 विमान उड़े थे वह दूसरे विमानों का जिक्र कर रहा था और f-16 को गुप्त रख रहा था लेकिन भारत ने अंतर्राष्ट्रीय पटल पर पाकिस्तान कि यह पोल खोल दी और f16 के कुछ भाग भी वायु सेना थल सेना और जल सेना ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाएं और साथ ही मिसाइल के इससे जो कि आप 16 जहां से ही लांच किए जा सकते हैं, इसलिए पाकिस्तान को मजबूरन ही हमारे पायलट विंग कमांडर अभिनंदन को तत्काल रिहा करने का सदन से प्रधानमंत्री इमरान खान ने घोषणा की क्योंकि भारत की कूटनीति बहुत ही सधी हुई थी और उसने पाकिस्तान को पूरी दुनिया में अलग थलग कर दिया था इसी वजह से पाकिस्तान को झुकना पड़ा, हमारे देश के कूटनीतिक विशेषज्ञों की जिन्होंने बहुत ही अच्छी तरह से कूटनीति के जरिए पाकिस्तान को चारों तरफ से घेर लिया और उसे उसी के साथियों द्वारा पाकिस्तान को आतंक के साथ होने की वजह से उसके खिलाफ हो कर कन्नी काट ली,इस समय जो कूटनीति का इस्तेमाल हुआ वह बहुत ही शानदार तरीके से अपने अंजाम तक पहुंचाने मैं कामयाब रहा और सांप भी मर गया लाठी भी नहीं टूटी जबकि इससे पहले भारत की कूटनीति बहुत ही कमजोर रही थी और पिछली सरकारी इसे सकारात्मक तरीके से इस्तेमाल नहीं कर पा रही थी,
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