रिस्पना नगर में लगा बस्ती अवैध वोट अवैध का बैनर
देहरादून – रिस्पना नदी के किनारे बनी बस्ती रिस्पना नगर के
वासियों की एक आमसभा हुई जिसमें यह तय किया गया कि आगामी नगर निगम निकाय चुनाव में समिति ने मतदान में भाग न लेने का निर्णय लिया है. और अपनी गली में दोंनो तरफ बैनर भी टांग दिये गये है बस्ती अवैध वोट अवैध वहीं एक और कालोनी वसुंधरा एनक्लेव कल्याण समिति कारगी ने भी चुनाव का बहिष्कार करते हुए आम सभा में यह है प्रस्ताव पारित किया है
इस कालोनी के समस्त भूमि धारकों के खाता खतौनी व खसरा नंबर बंदोबस्त के दौरान गलत हुए हैं। इस संबंध में मुख्यमंत्री जनता मिलन कार्यक्रम तथा कई मंत्रियों के जनता दरबार द्वारा आवेदन और शिकायत की गई थी लेकिन ढाक के तीन पात!! इसके बाद कॉलोनी वासियों ने भू राजस्व अधिनियम ३३/३९ के तहत 16 व्यक्तियों के फाइल खसरा नंबर शुद्धीकरण एवं सही के लिए उप जिला अधिकारी सदर को आवेदन किया है लेकिन फाइलें धूल फांक रही हैं। कॉलोनी वासियों का साफ कहना है कि जब तक हमारी खाता खतौनी खसरा नंबर सही नहीं होंगे तब तक अपना फैसला नहीं बदलेंगे। आगे भी लोकसभा चुनाव में यही बहिष्कार जारी रहेगा। कॉलोनी वासी 29 मई 2016 से राजस्व विभाग जनता दर्शन कार्यक्रमों के चक्कर काट चुके हैं इसी से खिन्न होकर लोगों ने चुनाव का बहिष्कार किया है
वासियों की एक आमसभा हुई जिसमें यह तय किया गया कि आगामी नगर निगम निकाय चुनाव में समिति ने मतदान में भाग न लेने का निर्णय लिया है. और अपनी गली में दोंनो तरफ बैनर भी टांग दिये गये है बस्ती अवैध वोट अवैध वहीं एक और कालोनी वसुंधरा एनक्लेव कल्याण समिति कारगी ने भी चुनाव का बहिष्कार करते हुए आम सभा में यह है प्रस्ताव पारित किया है
इस कालोनी के समस्त भूमि धारकों के खाता खतौनी व खसरा नंबर बंदोबस्त के दौरान गलत हुए हैं। इस संबंध में मुख्यमंत्री जनता मिलन कार्यक्रम तथा कई मंत्रियों के जनता दरबार द्वारा आवेदन और शिकायत की गई थी लेकिन ढाक के तीन पात!! इसके बाद कॉलोनी वासियों ने भू राजस्व अधिनियम ३३/३९ के तहत 16 व्यक्तियों के फाइल खसरा नंबर शुद्धीकरण एवं सही के लिए उप जिला अधिकारी सदर को आवेदन किया है लेकिन फाइलें धूल फांक रही हैं। कॉलोनी वासियों का साफ कहना है कि जब तक हमारी खाता खतौनी खसरा नंबर सही नहीं होंगे तब तक अपना फैसला नहीं बदलेंगे। आगे भी लोकसभा चुनाव में यही बहिष्कार जारी रहेगा। कॉलोनी वासी 29 मई 2016 से राजस्व विभाग जनता दर्शन कार्यक्रमों के चक्कर काट चुके हैं इसी से खिन्न होकर लोगों ने चुनाव का बहिष्कार किया है
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