जल्द होगा उत्तराखण्ड में घाटों का निर्माण
देहरादून– रिस्पना और बिन्दाल नदियों पर बाढ़ सुरक्षा कार्यो की डीपीआर अन्तिम चरण में है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मुख्यमंत्री आवास में वाप्कोस लिमिटेड (जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय भारत सरकार का उपक्रम) के अधिकारियों ने भेंट के दौरान जानकारी दी, वाप्कोस लिमिटेड के द्वारा उत्तराखण्ड में 21 घाटों का निर्माण दिसम्बर 2018 तक पूरा कर दिया जाएगा। इसके साथ ही 15 लघु पन बिजली परियोजनाओं पर तीव्र गति से कार्य चल रहा है, जिन्हें शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा।
कि उत्तराखण्ड राज्य में भारत-नेपाल सीमा पर बनने वाली बहुउद्येशीय विद्युत परियोजना पंचेश्वर बांध की डीपीआर तैयार कर ली गई है। फोरेस्ट व इन्वायरमेन्टल क्लियरेन्स के अन्य कार्य प्रगति पर है। परियोजना के प्रति स्थानीय लोगो में उत्साह है। क्षेत्र वासियों को विश्वास है कि विस्थापन सुखद होगा। परियोजना का लाभ बिजली उत्पादन व एक बडे़ क्षेत्र की सिचाई के अतिरिक्त ऊधमसिंह नगर जिले में ग्रेविटी बेस्ड जलापूर्ति के लिए भी होगा।मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने वाप्कोस लिमिटेड को उत्तराखण्ड सरकार की ओर से हर संभव सहयोग व सहायता का आश्वासन दिया।बैठक में वाप्कोस लिमिटेड के अनुपम मिश्र व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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