बेबी रानी मौर्य ने राज्यपाल पद की शपथ ग्रहण की
देहरादून- राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में उत्तराखण्ड के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश जस्टिस राजीव शर्मा ने बेबी रानी मौर्य को उत्तराखण्ड के राज्यपाल पद की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण के पश्चात राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने सेना की 21 मद्रास रेजीमेंट द्वारा दिए गए सम्मान गार्ड का निरीक्षण किया। कार्यक्रम का संचालन मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने किया। इससे पूर्व सिंह ने भारत के राष्ट्रपति द्वारा जारी अधिपत्र पढ़कर सुनाया जिसके अनुसार बेबी रानी मौर्य को उत्तराखण्ड का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। शपथ ग्रहण के उपरान्त मीडिया से अनौपचारिक वार्ता करते हुए राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने अपनी प्राथमिकताएं बताई। उन्होंने कहा कि ‘‘ यह मेरे लिए गौरव का विषय है कि मुझे देवभूमि उत्तराखण्ड की सेवा करने का अवसर मिला है।
संवैधानिक दायित्वों एवं मर्यादाओं का पालन करते हुए उत्तराखण्ड के सर्वांगीण विकास में योगदान करना मेरी सबसे पहली प्राथमिकता है। राज्य में एक लोकप्रिय चुनी हुई सरकार है। अपने संवैधानिक दायित्वों को निभाते हुए सरकार को सकारात्मक सहयोग प्रदान करना मेरी प्राथमिकताओं में से एक है। विकास के नये आयाम बनाते हुए उत्तराखण्ड देश के शीर्षस्थ राज्यों में से एक बने यही मेरी प्राथमिकता है। महिला सशक्तिकरण, बालिका शिक्षा, स्वच्छता अभियान से जुड़ी योजनाओं को और मजबूती दी जायेगी। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में क्वालिटी एजुकेशन और रिसर्च को प्रोत्साहित किया जायेगा। उत्तराखण्ड अपनी स्कूली शिक्षा के लिए देश-विदेश में विख्यात है। यहाँ की उच्च शिक्षा भी उतनी ही प्रसिद्ध हो यह जरूरी है। प्रधानमंत्री ने ‘न्यू इंडिया’ का संकल्प लिया है, इसके लिए हमें ‘न्यू उत्तराखण्ड’ बनाना होगा जो देश की तरक्की में अपना शत-प्रतिशत योगदान दे।’’ इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत सहित अन्य गणमान्य अतिथि और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
संवैधानिक दायित्वों एवं मर्यादाओं का पालन करते हुए उत्तराखण्ड के सर्वांगीण विकास में योगदान करना मेरी सबसे पहली प्राथमिकता है। राज्य में एक लोकप्रिय चुनी हुई सरकार है। अपने संवैधानिक दायित्वों को निभाते हुए सरकार को सकारात्मक सहयोग प्रदान करना मेरी प्राथमिकताओं में से एक है। विकास के नये आयाम बनाते हुए उत्तराखण्ड देश के शीर्षस्थ राज्यों में से एक बने यही मेरी प्राथमिकता है। महिला सशक्तिकरण, बालिका शिक्षा, स्वच्छता अभियान से जुड़ी योजनाओं को और मजबूती दी जायेगी। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में क्वालिटी एजुकेशन और रिसर्च को प्रोत्साहित किया जायेगा। उत्तराखण्ड अपनी स्कूली शिक्षा के लिए देश-विदेश में विख्यात है। यहाँ की उच्च शिक्षा भी उतनी ही प्रसिद्ध हो यह जरूरी है। प्रधानमंत्री ने ‘न्यू इंडिया’ का संकल्प लिया है, इसके लिए हमें ‘न्यू उत्तराखण्ड’ बनाना होगा जो देश की तरक्की में अपना शत-प्रतिशत योगदान दे।’’ इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत सहित अन्य गणमान्य अतिथि और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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