राजीव नगर उच्च प्राथमिक विद्यालय में बनाये गए दस हरेला अम्बेसेडर
देहरादून-'कर्मचारी संगठन हमेशा से उत्तराखंड के विभिन्न सामाजिक अभियानों का हिस्सा रहे है. छात्रों को हरेला अम्बेसेडर बनाना एक स्वागत योग्य पहल है. हमें उम्मीद है प्रकृति और संस्कृति का पर्व हरेला उत्तराखंड के समाज को नयी दिशा देगा' हरेला अभियान में हरेला साथी बनने पर बैंक कर्मचारी नेता जगमोहन मेहंदीरत्ता ने यह बात कही.धाद के हरेला अभियान में आज राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय राजीवनगर में आयोजन किया गया आयोजन में उत्तरांचल बैंक एम्प्लाइज यूनियन के महामंत्री जगमोहन मेहंदीरत्ता, देहरदून डिवीज़न इंश्योरेंस एम्प्लाइज एसोसिएशन के महासचिव चन्द्र प्रकाश नैथानी ने अपने संगठन की ओर से प्रतिभाग किया आयोजन में विद्यालय के दस छात्र छात्राओं शबनूर,शिवानी पालीवाल, शिवानी, पूजा, मधु, रवीना, गोविन्द, सिमरन, संजना, साक्षी को अतिथियों द्वारा हरेला अम्बेसेडर बनाया गया
आयोजन का शुभारम्भ छात्रों द्वारा पर्यावरण पर आधारित गीत के साथ हुआ. लोककलाकार रीता भंडारी, बिमला नेगी ने 'ननी ननी घिंघर की डाली झुम्पा कैन त्वाड दा' प्रस्तुत करते हुए बताया की पर्वतीय जीवंन में कांटे की झाड़ियों तक को तोड्ने की मनाही रही है जिस पर आधारित कई लोकगीत गाये जाते रहे हैं है बीमा कर्मचारी संगठन के चन्द्र प्रकाश नैथानी ने कहा कि उनके संगठन के साथियों ने धाद के साथ केदारनाथ आपदा में छात्रों की शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी सामाजिक पहल की थी आज की ये पहल उससे भी अधिक महत्वपूर्ण है क्यूंकि ये हमारे नौनिहालों को अपने पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार बनाती है उन्हें इसकी रक्षा के लिए प्रेरित करती है, गाँधी फेलो और सामाजिक कार्यकर्ता बिमल रतूड़ी ने छात्रों एक साथ अनौपचारिक संवाद करते हुए उन्हें अपने इर्द गिर्द घट रही घटनाओं को समझने और हिस्सेदार होने को कहा जिस से उनके व्यक्तित्व के सभी पक्ष बेहतर हो पाएंगे इस अवसर पर जी सी पाठक एन के सेमवाल समीर आरती शर्मा सुनीता उनियाल अनीता नौटियाल साकेत रावत अपूर्व आनंद आदि उपस्थित थे
आयोजन का शुभारम्भ छात्रों द्वारा पर्यावरण पर आधारित गीत के साथ हुआ. लोककलाकार रीता भंडारी, बिमला नेगी ने 'ननी ननी घिंघर की डाली झुम्पा कैन त्वाड दा' प्रस्तुत करते हुए बताया की पर्वतीय जीवंन में कांटे की झाड़ियों तक को तोड्ने की मनाही रही है जिस पर आधारित कई लोकगीत गाये जाते रहे हैं है बीमा कर्मचारी संगठन के चन्द्र प्रकाश नैथानी ने कहा कि उनके संगठन के साथियों ने धाद के साथ केदारनाथ आपदा में छात्रों की शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी सामाजिक पहल की थी आज की ये पहल उससे भी अधिक महत्वपूर्ण है क्यूंकि ये हमारे नौनिहालों को अपने पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार बनाती है उन्हें इसकी रक्षा के लिए प्रेरित करती है, गाँधी फेलो और सामाजिक कार्यकर्ता बिमल रतूड़ी ने छात्रों एक साथ अनौपचारिक संवाद करते हुए उन्हें अपने इर्द गिर्द घट रही घटनाओं को समझने और हिस्सेदार होने को कहा जिस से उनके व्यक्तित्व के सभी पक्ष बेहतर हो पाएंगे इस अवसर पर जी सी पाठक एन के सेमवाल समीर आरती शर्मा सुनीता उनियाल अनीता नौटियाल साकेत रावत अपूर्व आनंद आदि उपस्थित थे
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