छायाकार स्व कमल जोशी की स्मृति में व्याख्यान
देहरादून-धाद हम तथा विभिन्न प्रबुद्ध जनों के सहयोग से उत्तराखण्ड के छायाकार स्व0 कमल जोशी की रचानात्माकता और उनके सामजिक सरोकरों पर केन्द्रित व्याख्यान माला आयोजित कर रही हैं। व्याख्यान आगामी 3 जुलाई को नैन सिंह आॅडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है। व्याख्यान कार्यक्रम की अध्यक्षता डाॅ. पुष्पेश पंत प्रसिद्ध पत्रकार द्वारा की जायेगी और पहला स्मृति व्याख्यान डाॅ. शेखर पाठक देंगे। आयोजन का विचार पक्ष रखते हुए लोकेश नवानी ने बताया कि अपने बचे हुए समय से समाज के बीच कुछ सकारात्मक करने के इच्छुक लोगों का समूह है धाद। हम हर उस व्यक्ति को महत्वपूर्ण मानते हैं जो समाज में कला, साहित्य, रंगमंच आदि किसी भी रचनात्मक विधा के माध्यम से समाज में अपना योगदान करता है। कमल जोशी को हम इसी रूप में देखते और उनके योगदान को आंकते हैं। इसलिए हमने यह पहल की है।आयोजन के बाबत जानकारी देते हुऐ धाद की ओर से अध्यक्ष हर्षमणी व्यास ने बताया कि कमल जोशी स्मृति व्याख्यान स्व छायाकार कमल जोशी के कार्यों को निरंतरता व जीवन देने का एक प्रयास है। कमल जोशी अपने शुरूआती दौर से ही पत्रकारिता व छायाकार के रूप में एक अलग पहचान बना चुके थे। उनके छायाचित्र और लेखनी समाज के पिछड़े वर्गांे की समस्याओं व पीड़ा से जुड़े थे। बच्चों की तरफ उनका एक गहरा लगाव रहा और अपनी छायाकारी में उन्होंने बच्चों के चित्रों से उनकी भावनाओं की और परिस्थितियों की अभिव्यक्ति की।
हेस्को की और से शालिनी नेगी ने कहा कि महिलाओं के बोझ से लेकर उनके विभिन्न सामाजिक नहलुओं पर उन्होंने अपनी इस कला से गहरी पकड़ बना रखी थी। वो जीवन भर यात्राओं से जुड़े रहे जिनमें घर गांव प्रकृति पहाड़ पारिस्थितिकी और उनसे सबका जुडा़व उनके जीवन के विषय का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा। इन यात्राओं के माध्यम से उन्होंने कई जनमुद्दों को खड़ा किया। गत वर्ष 3 जुलाई को उन्होंने परमगति प्राप्त की लेकिन वो आज भी हम सबके बीच में ज्यादा जोश से उपस्थित हैं। उनकी कलायें आज ज्यादा चर्चित हैं। अयोजन कि जानकारी देते हुऐ डी0सी0 नौटियाल ने बताया कि उनके जीवन के कार्यों को व योगदानों को लगातार याद करने का दिन कमल जोशी स्मृति व्याख्यान श्रृंखला तय की गयी है। पहला स्मृति इसी समय उनके छायाचित्र, लेख, कविताओं को भी लोगों के बीच में लाने की कोशिशें भी इसका हिस्सा है। उनकी छायाचित्रावली को प्रदीप टम्टा, नरेंन्द्र सिंह नेगी और मंगलेश डबराल समर्पित करेंगे। इस कार्यक्रम में उनके सभी गहरे मित्र गोविंद पंत राजू, ज्ञानेंद्र पांडे, थ्रीस कपूर, प्रदीप पांडे, सुभाष तरण, मनमोहन चिल्वाल, राजीव लोचन शाह, अनूप शाह, संजय गोयल, प्रकाश उपाध्याय, पी.सी. तिवारी, रघु तिवारी, रेनू पाॅल, विजेंद्र पाॅल भी उपस्थित होंगे। कार्यक्रम का मुख्य आयोजन धाद द्वारा किया जा रहा है। हिमालय यूनिटि मिशन (हम) एक सहायक की भूमिका अदा करेगी। कमल जोशी का परिवार भी इस अवसर पर उपस्थित होगा।
हेस्को की और से शालिनी नेगी ने कहा कि महिलाओं के बोझ से लेकर उनके विभिन्न सामाजिक नहलुओं पर उन्होंने अपनी इस कला से गहरी पकड़ बना रखी थी। वो जीवन भर यात्राओं से जुड़े रहे जिनमें घर गांव प्रकृति पहाड़ पारिस्थितिकी और उनसे सबका जुडा़व उनके जीवन के विषय का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा। इन यात्राओं के माध्यम से उन्होंने कई जनमुद्दों को खड़ा किया। गत वर्ष 3 जुलाई को उन्होंने परमगति प्राप्त की लेकिन वो आज भी हम सबके बीच में ज्यादा जोश से उपस्थित हैं। उनकी कलायें आज ज्यादा चर्चित हैं। अयोजन कि जानकारी देते हुऐ डी0सी0 नौटियाल ने बताया कि उनके जीवन के कार्यों को व योगदानों को लगातार याद करने का दिन कमल जोशी स्मृति व्याख्यान श्रृंखला तय की गयी है। पहला स्मृति इसी समय उनके छायाचित्र, लेख, कविताओं को भी लोगों के बीच में लाने की कोशिशें भी इसका हिस्सा है। उनकी छायाचित्रावली को प्रदीप टम्टा, नरेंन्द्र सिंह नेगी और मंगलेश डबराल समर्पित करेंगे। इस कार्यक्रम में उनके सभी गहरे मित्र गोविंद पंत राजू, ज्ञानेंद्र पांडे, थ्रीस कपूर, प्रदीप पांडे, सुभाष तरण, मनमोहन चिल्वाल, राजीव लोचन शाह, अनूप शाह, संजय गोयल, प्रकाश उपाध्याय, पी.सी. तिवारी, रघु तिवारी, रेनू पाॅल, विजेंद्र पाॅल भी उपस्थित होंगे। कार्यक्रम का मुख्य आयोजन धाद द्वारा किया जा रहा है। हिमालय यूनिटि मिशन (हम) एक सहायक की भूमिका अदा करेगी। कमल जोशी का परिवार भी इस अवसर पर उपस्थित होगा।
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