पालीथीन से रस्सियां, टोकरियां, पर्स, चटाईयां,पायदान ......
रुद्रप्रयाग: श्री बदरीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति के रुद्रप्रयाग यात्री विश्राम गृह में केयर - टेकर मेहरबान सिंह बुटोला (उम्र 55) ग्राम -बस्टा, जखोली,जिला रुद्रप्रयाग 1982 से नौकरी के साथ- साथ पर्यावरण संरक्षण को समर्पित हैं।उनके इस पुनीत कार्य में विश्राम गृह प्रबंधक किशन त्रिवेदी का उनको निरंतर सहयोग रहता है। विश्राम गृह की निष्प्रयोज्य सामग्री टूटी बाल्टियों, टब, मग, टंकियों,आदि में मिट्टी भर कर 50 से अधिक अौषधीय पौधे तैयार कर अभी तक सैकड़ों, हजारों लोगों को निशुल्क वितरित कर पर्यावरण संरक्षण की अलख जगा चुके हैं, खराब हुई जैविक सामग्री से खाद तैयार की है तो राम बांस, निष्प्रयोज्य पालीथीन से रस्सियां, टोकरियां,कूड़ेदान, पर्स, चटाईयां,पायदान बनाये हैं।
उनके लगाये पैड़ पौधों जड़ी- बूटियों की लहलहाती पौध से मंदिर समिति विश्राम गृह की शोभा कई गुना बढ़ गयी है। यहां की हवा तरोताजा हो गयी है फलस्वरुप रुद्रप्रयाग आने वाला एवं श्री बदरीनाथ एवं केदारनाथ जानेवाले आगंतुक, यात्री मंदिर समिति के रुद्रप्रयाग विश्राम गृह में रुकना चाहते है तथा बुटोला जी की नर्सरी को जरुर देखते हैं। और उनसे सीख लेने की नसीहते देते हैं।बुटोला का कहना है कि जड़ी-बूटी उपजा कर एवं हस्त शिल्प से आज का युवा रोजगारपरक शिक्षा से आत्मनिर्भर हो सकता है। कई स्कूलों,कालेजों में बुटोला जागरुकता अभियान चला रहे है।
उन्होंनेअलविरा,गिलोय,एलकोरिया,बच,सलपाड़ी,मालकंद,दूब,लोंग,नागरमोथा,पिपरमेंट,गन्ना,अन्नानाश,बबूलथुनेर,हल्दी,हच,गुलाब,केला,राम बांस सहित कई औषधीय पौधे अपने संशाधनों से उगाये है।श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष गणेश गोदियाल, मुख्य कार्याधिकारी बी.डी. सिंह ने बुटोला के कार्यो की सराहना की है। मुख्य कार्याधिकारी ने कहा है कि शीघ्र ही बुटोला को मंदिर समिति सम्मानित करेगी ।मंदिर समिति सदस्य दिवाकर चमोली ने 19 अप्रैल को बुटोला द्वारा बनायी गयी नर्सरी का अवलोकन किया, बुटोला के कार्यो की सराहना की।इस दौरान प्रबंधक किशन त्रिवेदी एवं मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ भी मौजूद ऱहे।
उनके लगाये पैड़ पौधों जड़ी- बूटियों की लहलहाती पौध से मंदिर समिति विश्राम गृह की शोभा कई गुना बढ़ गयी है। यहां की हवा तरोताजा हो गयी है फलस्वरुप रुद्रप्रयाग आने वाला एवं श्री बदरीनाथ एवं केदारनाथ जानेवाले आगंतुक, यात्री मंदिर समिति के रुद्रप्रयाग विश्राम गृह में रुकना चाहते है तथा बुटोला जी की नर्सरी को जरुर देखते हैं। और उनसे सीख लेने की नसीहते देते हैं।बुटोला का कहना है कि जड़ी-बूटी उपजा कर एवं हस्त शिल्प से आज का युवा रोजगारपरक शिक्षा से आत्मनिर्भर हो सकता है। कई स्कूलों,कालेजों में बुटोला जागरुकता अभियान चला रहे है।
उन्होंनेअलविरा,गिलोय,एलकोरिया,बच,सलपाड़ी,मालकंद,दूब,लोंग,नागरमोथा,पिपरमेंट,गन्ना,अन्नानाश,बबूलथुनेर,हल्दी,हच,गुलाब,केला,राम बांस सहित कई औषधीय पौधे अपने संशाधनों से उगाये है।श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष गणेश गोदियाल, मुख्य कार्याधिकारी बी.डी. सिंह ने बुटोला के कार्यो की सराहना की है। मुख्य कार्याधिकारी ने कहा है कि शीघ्र ही बुटोला को मंदिर समिति सम्मानित करेगी ।मंदिर समिति सदस्य दिवाकर चमोली ने 19 अप्रैल को बुटोला द्वारा बनायी गयी नर्सरी का अवलोकन किया, बुटोला के कार्यो की सराहना की।इस दौरान प्रबंधक किशन त्रिवेदी एवं मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ भी मौजूद ऱहे।
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