आॅस्ट्रेलिया तक जाता है नींबू की चटनी- भारती व्यास
देहरादून - आयोजक उत्तराखण्ड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद उद्योग निदेशालय, देहरादून एवं प्रायोजक विकास आयुक्त (हथकरघा) भारत सरकार द्वारा नेशनल हैण्डलूम एक्सपो को दिन-प्रतिदिन देहरादून वासियों का अच्छा रूझान देखने को मिल रहा है। यह प्रदर्शनी 13 जनवरी तक चलेगी।नेशनल हैण्डलूम एक्सपों में जहां हथकरघा उत्पादों की खूब मांग हो रही है देहरादूनवासी खूब खरीददारी कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर दूनवासी खाने-पीने के उत्पादों का भी आनंद ले रहे हैं।भारती ब्यास जो कि एक अध्यापिका थी किन्तु उन्होंने अध्यापिका की नौकरी छोड़कर उत्तराखण्ड के पहाड़ों में होने वाले
उत्पादों से घर पर बैठे ही अपना रोजगार खोलने की सोची। उन्हाेंने अपनी संस्था का नाम भारती इण्टरप्राइजेज रखा और इस संस्था में बनने वाले उत्पादों का नाम “स्वाद” रखा। उनकी संस्था में नींबू चटनी, लहसन चटनी, आम चटनी, आम अचार, हरी मिर्च का अचार, लाल मिर्च का अचार, लहसन का अचार, मिक्स अचार और केले व आलू के चिप्स साथ ही आलू का लच्छा बनाया जाता है। उन्होंने बताया कि हमारे पास हरे धनिये के साथ आलू के चिप्स, खजूर की चटनी व आम का चूरना उपलब्ध है। इनकी सभी उत्पादों की कीमत मात्र 60 रूपये से लेकर 150 रूपये तक है। वे इन उत्पादों को उत्तराखण्ड के पहाड़ी क्षेत्रों से लाती है जो कि पहाड़ी में ऐसे ही बर्बाद हो जाता है। उन्हाेंने बताया कि हमारे उत्पादों में मूख्य रूप से नींबू की चटनी आस्ट्रेलिया, दुबई आदि विदेशों में भी जाता हैै।नेशनल हैण्डलूम एक्सपों में बुधवार को लैंसडाउन के विधायक दलीप रावत ने भ्रमण किया। उन्होंने एक्सपों में लगे सभी स्टाॅलों को देखा साथ ही नंदा देवी, त्रिशूल व चैखम्भा पवेलियन तथा भारत सरकार द्वारा लगाया गया पवेलियन थीम की काफी सराहना की। उन्हांेने उद्योग निदेशालय का बधाई दी और साथ ही भविष्य में भी इस तरह की प्रदर्शनी लगाने के लिए कहा।
उत्पादों से घर पर बैठे ही अपना रोजगार खोलने की सोची। उन्हाेंने अपनी संस्था का नाम भारती इण्टरप्राइजेज रखा और इस संस्था में बनने वाले उत्पादों का नाम “स्वाद” रखा। उनकी संस्था में नींबू चटनी, लहसन चटनी, आम चटनी, आम अचार, हरी मिर्च का अचार, लाल मिर्च का अचार, लहसन का अचार, मिक्स अचार और केले व आलू के चिप्स साथ ही आलू का लच्छा बनाया जाता है। उन्होंने बताया कि हमारे पास हरे धनिये के साथ आलू के चिप्स, खजूर की चटनी व आम का चूरना उपलब्ध है। इनकी सभी उत्पादों की कीमत मात्र 60 रूपये से लेकर 150 रूपये तक है। वे इन उत्पादों को उत्तराखण्ड के पहाड़ी क्षेत्रों से लाती है जो कि पहाड़ी में ऐसे ही बर्बाद हो जाता है। उन्हाेंने बताया कि हमारे उत्पादों में मूख्य रूप से नींबू की चटनी आस्ट्रेलिया, दुबई आदि विदेशों में भी जाता हैै।नेशनल हैण्डलूम एक्सपों में बुधवार को लैंसडाउन के विधायक दलीप रावत ने भ्रमण किया। उन्होंने एक्सपों में लगे सभी स्टाॅलों को देखा साथ ही नंदा देवी, त्रिशूल व चैखम्भा पवेलियन तथा भारत सरकार द्वारा लगाया गया पवेलियन थीम की काफी सराहना की। उन्हांेने उद्योग निदेशालय का बधाई दी और साथ ही भविष्य में भी इस तरह की प्रदर्शनी लगाने के लिए कहा।
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