कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया केंद्र सरकार का पुतला दहन
देहरादून महानगर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार बढ़ती मंहगाई एवं रसोई गैस की बढ़ती कीमतों को लेकर पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा के नेतृत्व में ऐस्लेहाॅल चौक पर केन्द्र व राज्य सरकार का पुतला दहन किया गया।
केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोलियम पदार्थों एवं रसोई गैस के दामों में लगातार की जा रही वृद्धि के कारण रसोई गैस और पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों मे भारी वृद्धि हुई है जिससे गरीब उपभोक्ता पर मंहगाई का बोझ बढ़ रहा है। केन्द्र व राज्य सरकारों का यह कदम जहां एक ओर मंहगाई को बढ़ाने वाला है वहीं दूसरी ओर रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि सीधे-सीधे औद्योगिक घरानों को लाभ पहुंचाने वाली है। उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में भारी गिरावट होने के बावजूद केन्द्र सरकार रसोई गैस के सिलेण्डरों तथा पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत बढ़ाकर गरीब आदमी के पेट पर लात मारने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि रसोई गैस, पेट्रोल, डीजल के दाम में विगत तीन साल में केन्द्र सरकार द्वारा दोगुने से अधिक की वृद्धि करने पर लोग मौन हैं। पूर्व महानगर अध्यक्ष ने कहा कि छः माह पूर्व सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जिस तरह से धनबल का प्रयोग किया वह इन प्रदेशों की जनता के साथ-साथ पूरे देश की जनता के लिए हतप्रभ करने वाला था। चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के इस धन के प्रवाह का मुख्य स्रोत तेल कम्पनियां व औद्योगिक घराने हैं जिसकी मार अब आम जनता पर पड़ रही है।
लालचन्द शर्मा ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में 75 प्रतिशत की कमी होने के बावजूद पेट्रोल, डीजल की दरों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। यूपीए शासन में जहां अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 150 डाॅलर प्रति बैरल होनेे के बावजूद देश में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम काफी कम थे परन्तु वर्तमान में अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 50 डाॅलर प्रति बैरल से भी कम होने के बावजूद देश में पेट्रोल के दाम 80 रूपये प्रति लीटर के उच्च स्तर पर हैं। यूपीए गठबन्धन की सरकार के समय में रसोई गैस का मूल्य 414 रू0 था जबकि वर्तमान में रसोई गैस का मूल्य 780 तक पहुॅच गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने लोकसभा तथा विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान देश की जनता से पेट्रोलियम पदार्थो के दाम कम करने के साथ-साथ मंहगाई कम करने का वायदा किया था। परन्तु उसके विपरीत मंहगाई लगातार बढ़ती जा रही है तथा आम आदमी मंहगाई से त्रस्त है तथा उसका जीना दूभर हो चुका है।
इस अवसर पर पूर्व विधायक राजकुमार, पार्षद अशोक कोहली, अर्जुन सोनकर, प्रकाश नेगी, प्रदेश सचिव दीप बोहरा, प्रदेश सचिव भरत शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष किसान कांग्रेस राजेश शर्मा, संजय काला, विनोद कुमार, सोनू तिवारी, श्याम सिंह चैहान, कै0 बलवीर सिह रावत, मेजर हरि सिंह, ले0 सहदेव प्रसाद शर्मा, ले. नारायण सिंह नेगी, रजत अग्रवाल, डी.बी. क्षेत्री, प्रदीप डोभाल, महेश जोशी, राजेश चमोली, मोहन काला, सुलेमान अली, आनन्द जगूड़ी, दिनेश कौशल, सुशील पेंगोवाल, श्याम सिह पुण्डीर, शोभाराम, टीकाराम पाण्डेय, हरजिन्दर सिंह काका, गगन जायसवाल, किशन लाल शर्मा, मोहित नेगी, योगेन्द्र सिंह बिष्ट, अनिल बसनेत, ऋषभ जैन, जगदीश चैहान आदि अनेक कांग्रेसजन उपस्थित थे
केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोलियम पदार्थों एवं रसोई गैस के दामों में लगातार की जा रही वृद्धि के कारण रसोई गैस और पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों मे भारी वृद्धि हुई है जिससे गरीब उपभोक्ता पर मंहगाई का बोझ बढ़ रहा है। केन्द्र व राज्य सरकारों का यह कदम जहां एक ओर मंहगाई को बढ़ाने वाला है वहीं दूसरी ओर रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि सीधे-सीधे औद्योगिक घरानों को लाभ पहुंचाने वाली है। उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में भारी गिरावट होने के बावजूद केन्द्र सरकार रसोई गैस के सिलेण्डरों तथा पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत बढ़ाकर गरीब आदमी के पेट पर लात मारने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि रसोई गैस, पेट्रोल, डीजल के दाम में विगत तीन साल में केन्द्र सरकार द्वारा दोगुने से अधिक की वृद्धि करने पर लोग मौन हैं। पूर्व महानगर अध्यक्ष ने कहा कि छः माह पूर्व सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जिस तरह से धनबल का प्रयोग किया वह इन प्रदेशों की जनता के साथ-साथ पूरे देश की जनता के लिए हतप्रभ करने वाला था। चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के इस धन के प्रवाह का मुख्य स्रोत तेल कम्पनियां व औद्योगिक घराने हैं जिसकी मार अब आम जनता पर पड़ रही है।
लालचन्द शर्मा ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में 75 प्रतिशत की कमी होने के बावजूद पेट्रोल, डीजल की दरों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। यूपीए शासन में जहां अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 150 डाॅलर प्रति बैरल होनेे के बावजूद देश में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम काफी कम थे परन्तु वर्तमान में अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 50 डाॅलर प्रति बैरल से भी कम होने के बावजूद देश में पेट्रोल के दाम 80 रूपये प्रति लीटर के उच्च स्तर पर हैं। यूपीए गठबन्धन की सरकार के समय में रसोई गैस का मूल्य 414 रू0 था जबकि वर्तमान में रसोई गैस का मूल्य 780 तक पहुॅच गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने लोकसभा तथा विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान देश की जनता से पेट्रोलियम पदार्थो के दाम कम करने के साथ-साथ मंहगाई कम करने का वायदा किया था। परन्तु उसके विपरीत मंहगाई लगातार बढ़ती जा रही है तथा आम आदमी मंहगाई से त्रस्त है तथा उसका जीना दूभर हो चुका है।
इस अवसर पर पूर्व विधायक राजकुमार, पार्षद अशोक कोहली, अर्जुन सोनकर, प्रकाश नेगी, प्रदेश सचिव दीप बोहरा, प्रदेश सचिव भरत शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष किसान कांग्रेस राजेश शर्मा, संजय काला, विनोद कुमार, सोनू तिवारी, श्याम सिंह चैहान, कै0 बलवीर सिह रावत, मेजर हरि सिंह, ले0 सहदेव प्रसाद शर्मा, ले. नारायण सिंह नेगी, रजत अग्रवाल, डी.बी. क्षेत्री, प्रदीप डोभाल, महेश जोशी, राजेश चमोली, मोहन काला, सुलेमान अली, आनन्द जगूड़ी, दिनेश कौशल, सुशील पेंगोवाल, श्याम सिह पुण्डीर, शोभाराम, टीकाराम पाण्डेय, हरजिन्दर सिंह काका, गगन जायसवाल, किशन लाल शर्मा, मोहित नेगी, योगेन्द्र सिंह बिष्ट, अनिल बसनेत, ऋषभ जैन, जगदीश चैहान आदि अनेक कांग्रेसजन उपस्थित थे
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