मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने आश्रम में रहने वाले बच्चों के साथ सुनी ‘‘मन की बात’’

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत  भारतीय जनता पार्टी  प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के साथ आश्रम में रहने वाली        महिलाओं तथा बच्चों ने रेडियो पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  के 34 में भाग ‘‘मन की बात’’ को सुना । प्रधानमंत्री ने मन की बात में गरीबी हटाने और गरीबों के बारे में सोचने की अपील की , ऐसे में मुख्यमंत्री को अपने बीच जमीनपर बैठ कर उनके साथ रेडियो सुनते देख आश्रम के बच्चों को बहुत हर्ष हुआ। मुख्यमंत्री ने आश्रम की   बालिकाओं का मनोबल बढ़ाया और बाद में सबके साथ तस्वीर भी खिंचवाई। पिछले कई वर्षों से ही उक्त संस्था से जुडे़ हुए है। वर्तमान में अपना घर संस्था द्वारा 42 बच्चों एवं महिलाओं को आश्रय दिया गया है तथा  इनके भरण-पोषण, शिक्षा, चिकित्सा एवं पुर्नवास के लिए संस्था कार्य कर रही है। आश्रम में रहने वाले बच्चो तथा  महिलाओं के साथ ‘‘मन की बात’’ कार्यक्रम सुनने के पश्चात मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने उपस्थित महिलाओं तथा बच्चों  के साथ बातचीत भी की और उन्हें अल्पाहार के पैकेट भी वितरित किए। कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने कहा कि मै कोशिश करता हूं कि ‘‘मन की बात’’ कार्यक्रम हर बार सुनू। प्रधानमंत्री जब भी बोलते है तो लगता है कि आवाज हृदय से निकल रही है। ‘‘मन की बात’’ कार्यक्रम की हर बार की विषयवस्तु बिलकुल अलग होती है।

 इस समय देश बाढ़ से प्रभावित है, प्रधानमंत्री ने इस पर चिन्ता व्यक्त की है। उन्होंने इस बार अगस्त क्रान्ति के नाम से प्रसिद्ध भारत छोड़ो आन्दोलन पर बात की जिसके 75 वर्ष इस वर्ष 9 अगस्त को पूरे हो रहे है । प्रधानमंत्री ने कहा है कि 15 अगस्त 2022 को जब आजादी के 75 वर्ष पूरे होंगे क्रान्ति को स्मरण रखने के लिए हमको गरीबी, बेरोजगारी, छूआछूत, जातिवाद, आतंकवाद के खिलाफ हमें खड़ा होना है। इन सभी से राष्ट्र को मुक्त करना है। प्रधानमंत्री ने युवाओं का आह्वान किया हैं आज प्रधानमंत्री के ‘‘मन की बात’’ कार्यक्रम सुनकर लोगो तथा विशेषकर युवाओं ने अपने जीवन की दिशा बदली है। उनके जीवन में ध्येय आया है। अपने लिए नही बल्कि सबके लिए उन्होंने सोचना प्रारम्भ किया है। आज मन की बात एक जनक्रान्ति का रूप ले चुकी है। शुरू में ऐसा लगता था कि अब रेडियो को कितने लोग सुनना पसन्द करेंगे। रेडियो सुनने का प्रचलन समाप्त सा हो गया था। परन्तु आज लाखो लोगों ने ‘‘मन की बात’’ कार्यक्रम सुनने के लिए रेडियो का पुनः उपयोग आरम्भ कर दिया है।
आज ‘‘मन की बात’’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों को अपने सम्बोधन में कहा कि मनुष्य का मन ही ऐसा है कि वर्षाकाल मन के लिये बड़ा लुभावना काल होता है।
लेकिन कभी-कभी वर्षा विकराल रूप लेती है। कुछ दिनों से भारत के कुछ हिस्सों  में विशेषकर असम, नार्थ-ईस्ट, गुजरात, राजस्थान, बंगाल, अतिवर्षा के कारण प्राकृतिक आपदा झेलनी पड़ी है। जहां कहीं भी संभव होता है हमारे मंत्री व्यक्तिगत रूप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाते है। भारत सरकार, सेना, वायु सेना, एनडीआरएफ, पेरामिलटरी फोर्सस बाढ़ प्रभावित लोगों को हर प्रकार की सहायता पहुंचाने के प्रयास करते है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए हेल्प लाइन नम्बर 1078 के साथ चैबीस घण्टे चलने वाला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। फसल बीमा कम्पनियो के लिए हमने योजना बनाई है ताकि किसानों के बीमा सम्बन्धित मुवावजों को तत्काल निपटाया जा सके। उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू हुए करीब एक महीना हुआ है और उसके फायदे दिखने लगे है। जीएसटी एप पर आप भलीभांति जान सकते है कि जीएसटी के पहले जिस चीज का जितना दाम था, तो नई परिस्थिति में कितना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि अगस्त महीना क्रान्ति का महीना होता है। हमारी नयी पीढ़ी को जानना चाहिए कि 9 अगस्त 1942 को क्या हुआ था। मैं युवा साथियों को, युवा मित्रों को, आमंत्रित करता हूॅं कि नए भारत के निर्माण में वे इनोवेटिव तरीके से योगदान के लिए आगे आएॅ। प्रधानमंत्री ने युवा पीढ़ी विशेषकर के हमारी बेटियों को बधाई तथा शुभकामनायें दी है। 

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