रोपवे प्रणाली में दून बनेगा भारत का पहला शहर
देहरादून – नगर विकास मंत्री मदन कौशिक ने विधान सभा सभाकक्ष में उत्तराखण्ड रेल परियोजना एवं दिल्ली मेट्रो रेल काॅरपोरेशन के मध्य रोपवे प्रणाली को विकसित करने के लिए अनुबन्ध पत्र पर हस्ताक्षर किया।
उत्तराखण्ड मेट्रो रेल काॅरपोरेशन तथा दिल्ली मेट्रो रेल काॅरपोरेशन के मध्य देहरादून शहर में स्थापित रोपवे परियोजना के लिए डी.पी.आर. तैयार किये जाने के लिए अनुबन्ध एस.डी.शर्मा, निदेशक, बिजनेश डेवलपमेंट दिल्ली मेट्रो रेल काॅरपोरेशन तथा बी.के.मिश्रा, निदेशक परियोजना, उत्तराखण्ड मेट्रो रेल कारर्पोरेशन द्वारा हस्ताक्षरित किया गया। इस अवसर पर डी.पी.आर. के प्रथम किस्त के रूप में 43 लाख 30 हजार रू. को चेक दिल्ली मेट्रो रेल काॅरपोरेशन को प्रदान किया गया।
मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि रोपवे प्रणाली सामान्य परिवहन के रूप में स्थापित होने के बाद देहरादून में पर्यटकों को सुविधा प्राप्त होगी तथा ट्रैफिक जाम से निजात पाने में भी मदद मिलेगी। वर्तमान समय तक भारत में अन्य किसी भी स्थल पर रोपवे प्रणाली को सामान्य जन परिवहन के रूप में प्रयोग नहीं किया जा रहा है। देहरादून, भारत वर्ष का प्रथम शहर होगा जो इस प्रणाली को अपनायेगा।20 से 25 किलोमीटर के बीच चलने वाली रोपवे परियोजना पर लगभग 2000 से 2200 करोड़ लागत व्यय होगा। इसकी डी.पी.आर. 5 माह में बनकर तैयार होगा। टेण्डर के पश्चात 18 माह से 2 वर्ष के बीच परियोजा तैयार होगी, इसके दो रूट होंगे।पहला एफ.आर.आई. से घण्टाकर होकर रिस्पना, दूसरा आई.एस.बी.टी. से घण्टाघर होकर कण्डोली, मधुबन होटल के पास। एक रोपवे की परिवहन क्षमता लगभग 10 यात्रियों की होगी।
पाॅवर प्वाइंट प्रजेंटेशन के समय बताया गया कि उत्तराखण्ड में मेट्रो परियोजना के तहत सुविधा अनुसार देहरादून, ऋषिकेश और हरिद्वार में अलग-अलग प्रणालियाँ विकसित की जायेगी। देहरादून, ऋषिकेश और हरिद्वार मेट्रोपोलेटियन एरिया में देहरादून में रोपवे प्रणाली, हरिद्वार में पी.आर.टी. पाड टैक्सी प्रणाली और ऋषिकेश से नेपाली फार्म होकर देहरादून-हरिद्वार को जोड़ने एलआरटी लाइट मेट्रो प्रणाली स्थापित होगी।इस अवसर पर उत्तराखण्ड मेट्रो परियोजना प्रबन्ध निदेशक जितेन्द्र त्यागी, निदेशक उत्तराखण्ड रेल परियोजना वी.के. मिश्रा व अरविन्द त्यागी, दिल्ली मेट्रो रेल काॅरपोरेशन निदेशक बिजनेश डेवलपमेंट एस.डी.शर्मा एवं दिल्ली मेट्रो रेल काॅरर्पोरेशन, उत्तराखण्ड मेट्रो परियोजना के अनेक उच्चाधिकारी मौजूद थे।
उत्तराखण्ड मेट्रो रेल काॅरपोरेशन तथा दिल्ली मेट्रो रेल काॅरपोरेशन के मध्य देहरादून शहर में स्थापित रोपवे परियोजना के लिए डी.पी.आर. तैयार किये जाने के लिए अनुबन्ध एस.डी.शर्मा, निदेशक, बिजनेश डेवलपमेंट दिल्ली मेट्रो रेल काॅरपोरेशन तथा बी.के.मिश्रा, निदेशक परियोजना, उत्तराखण्ड मेट्रो रेल कारर्पोरेशन द्वारा हस्ताक्षरित किया गया। इस अवसर पर डी.पी.आर. के प्रथम किस्त के रूप में 43 लाख 30 हजार रू. को चेक दिल्ली मेट्रो रेल काॅरपोरेशन को प्रदान किया गया।
मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि रोपवे प्रणाली सामान्य परिवहन के रूप में स्थापित होने के बाद देहरादून में पर्यटकों को सुविधा प्राप्त होगी तथा ट्रैफिक जाम से निजात पाने में भी मदद मिलेगी। वर्तमान समय तक भारत में अन्य किसी भी स्थल पर रोपवे प्रणाली को सामान्य जन परिवहन के रूप में प्रयोग नहीं किया जा रहा है। देहरादून, भारत वर्ष का प्रथम शहर होगा जो इस प्रणाली को अपनायेगा।20 से 25 किलोमीटर के बीच चलने वाली रोपवे परियोजना पर लगभग 2000 से 2200 करोड़ लागत व्यय होगा। इसकी डी.पी.आर. 5 माह में बनकर तैयार होगा। टेण्डर के पश्चात 18 माह से 2 वर्ष के बीच परियोजा तैयार होगी, इसके दो रूट होंगे।पहला एफ.आर.आई. से घण्टाकर होकर रिस्पना, दूसरा आई.एस.बी.टी. से घण्टाघर होकर कण्डोली, मधुबन होटल के पास। एक रोपवे की परिवहन क्षमता लगभग 10 यात्रियों की होगी।
पाॅवर प्वाइंट प्रजेंटेशन के समय बताया गया कि उत्तराखण्ड में मेट्रो परियोजना के तहत सुविधा अनुसार देहरादून, ऋषिकेश और हरिद्वार में अलग-अलग प्रणालियाँ विकसित की जायेगी। देहरादून, ऋषिकेश और हरिद्वार मेट्रोपोलेटियन एरिया में देहरादून में रोपवे प्रणाली, हरिद्वार में पी.आर.टी. पाड टैक्सी प्रणाली और ऋषिकेश से नेपाली फार्म होकर देहरादून-हरिद्वार को जोड़ने एलआरटी लाइट मेट्रो प्रणाली स्थापित होगी।इस अवसर पर उत्तराखण्ड मेट्रो परियोजना प्रबन्ध निदेशक जितेन्द्र त्यागी, निदेशक उत्तराखण्ड रेल परियोजना वी.के. मिश्रा व अरविन्द त्यागी, दिल्ली मेट्रो रेल काॅरपोरेशन निदेशक बिजनेश डेवलपमेंट एस.डी.शर्मा एवं दिल्ली मेट्रो रेल काॅरर्पोरेशन, उत्तराखण्ड मेट्रो परियोजना के अनेक उच्चाधिकारी मौजूद थे।
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