ओएलएक्स में गाड़ी बेचने के नाम पर शातिर अपराधी गिरफ्तार
देहरादून–बढ़ते साईबर अपराधों में साईबर अपराधी अपराध के नये- नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे हैं। वर्तमान में साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन पर साईबर अपराधियों द्वारा स्वयं को भारतीय सेना में कार्यरत होने का झांसा देकर OLX में गाड़ी, मोबाईल आदि बेचने के नाम पर धोखाधड़ी किये जाने की काफी शिकायतें आ रही है। इसी प्रकार के कई मामले विगत दिनों देहरादून स्थित साईबर थाने में प्राप्त हुये हैं, जिसमें एक प्रकरण में ओएलएक्स में स्विफ्ट डिजायर कार बेचने के नाम पर अपराधियों द्वारा विभिन्न बैंक खातों में धोखाधड़ी कर लगभग 1,72,000/- जमा करवाये गये थे, पीड़ित द्वारा शिकायत के आधार पर मुकदमा अपराध संख्या 01/19 पंजीकृत किया गया ।
रिधिम अग्रवाल, पुलिस उपमहानिरीक्षक, एस0टी0एफ0 के विशेष निर्देशन में स्वतन्त्र कुमार अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ एवं कैलाश पंवार, पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ ने अपनी जांच के दौरान बैंक खातों के स्टेटमेन्ट एवं आधुनिक तकनीकों के माध्यम से अभियुक्तों का पता लगाया गया। जिसमे जानकारी मिली की उक्त प्रकार के साईबर अपराध राजस्थान के विभिन्न जनपदों से संचालित किये जा रहे है। प्रकरण में निरीक्षक अमर चन्द शर्मा के नेतृत्व में एक पुलिस टीम को अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए राजस्थान भेजा गया। पुलिस टीम द्वारा उक्त अभियोग में संलिप्त अभियुक्तों को चिन्हित कर अभियुक्त अजहर मौहम्मद उर्फ अजहर खान पुत्र वंशी खान निवासी पलान खेडा तहसील व थाना गोविन्द गढ, जिला अलवर, राजस्थान को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में यह जानकारी प्राप्त हुयी कि गिरफ्तार अभियुक्त शातिर किस्म के अपराधी है जिनके द्वारा भारतवर्ष में कई व्यक्तियों को इसी प्रकार लालच देकर ठगी का शिकार बनाया है। अभियुक्त की प्रारम्भिक पूछताछ में करीब 30 लाख का लेनदेन होने का पता चला हैं।अपराध करने की विधि अभियुक्त भारतीय सेना के नाम व फोटोग्राफ सहित ओएलएक्स मे वाहन विक्रय का विज्ञापन देकर लोगों को तरह-तरह का झांसा देकर मोटी रकम वसूल करते है एवं फर्जी आईडी एवं पेटीएम के जरिये लोगो से फ्रॉड करते है अभियुक्तों के पूछताछ मे उत्तर प्रदेश ,उत्तराखण्ड, हिमाचल प्रदेश, उडीसा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ, महाराष्ट्र, गुजरात भारत वर्ष के अन्य स्थानों पर भी घटना का प्रयास एंव घटना को अंजाम देना प्रकाश में आ रहा हैं।अभियुक्त शातिर किस्म एंव मेवाती (मेऊ) जाति का अपराधी हैं एंव एक संगठित गिरोह को संचालित कर रहा है। उससे मिले सामान का विवरण अपराध मे प्रयुक्त 03 अदद मोबाईल फोन कई सिम फर्जी आईडी एंव वाहनों के नम्बरों के ब्योरे के अतिरिक्त कई लाख का लेनदेन का डाटा की जानकारी मिली हैं।
रिधिम अग्रवाल, पुलिस उपमहानिरीक्षक, एस0टी0एफ0 के विशेष निर्देशन में स्वतन्त्र कुमार अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ एवं कैलाश पंवार, पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ ने अपनी जांच के दौरान बैंक खातों के स्टेटमेन्ट एवं आधुनिक तकनीकों के माध्यम से अभियुक्तों का पता लगाया गया। जिसमे जानकारी मिली की उक्त प्रकार के साईबर अपराध राजस्थान के विभिन्न जनपदों से संचालित किये जा रहे है। प्रकरण में निरीक्षक अमर चन्द शर्मा के नेतृत्व में एक पुलिस टीम को अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए राजस्थान भेजा गया। पुलिस टीम द्वारा उक्त अभियोग में संलिप्त अभियुक्तों को चिन्हित कर अभियुक्त अजहर मौहम्मद उर्फ अजहर खान पुत्र वंशी खान निवासी पलान खेडा तहसील व थाना गोविन्द गढ, जिला अलवर, राजस्थान को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में यह जानकारी प्राप्त हुयी कि गिरफ्तार अभियुक्त शातिर किस्म के अपराधी है जिनके द्वारा भारतवर्ष में कई व्यक्तियों को इसी प्रकार लालच देकर ठगी का शिकार बनाया है। अभियुक्त की प्रारम्भिक पूछताछ में करीब 30 लाख का लेनदेन होने का पता चला हैं।अपराध करने की विधि अभियुक्त भारतीय सेना के नाम व फोटोग्राफ सहित ओएलएक्स मे वाहन विक्रय का विज्ञापन देकर लोगों को तरह-तरह का झांसा देकर मोटी रकम वसूल करते है एवं फर्जी आईडी एवं पेटीएम के जरिये लोगो से फ्रॉड करते है अभियुक्तों के पूछताछ मे उत्तर प्रदेश ,उत्तराखण्ड, हिमाचल प्रदेश, उडीसा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ, महाराष्ट्र, गुजरात भारत वर्ष के अन्य स्थानों पर भी घटना का प्रयास एंव घटना को अंजाम देना प्रकाश में आ रहा हैं।अभियुक्त शातिर किस्म एंव मेवाती (मेऊ) जाति का अपराधी हैं एंव एक संगठित गिरोह को संचालित कर रहा है। उससे मिले सामान का विवरण अपराध मे प्रयुक्त 03 अदद मोबाईल फोन कई सिम फर्जी आईडी एंव वाहनों के नम्बरों के ब्योरे के अतिरिक्त कई लाख का लेनदेन का डाटा की जानकारी मिली हैं।
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