स्कूल के छात्र-छात्राओं ने चलाया स्वच्छता अभियान

ऋषिकेश- देशभर में स्वच्छ भारत अभियान की गूंज के बीच परमार्थ निकेतन, गंगा एक्शन परिवार एवं ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस के द्वारा स्वच्छ ऋषिकेश परियोजना के अंतर्गत सर्वहारा नगर, काले की ढाल मे स्वच्छता अभियान, श्रमदान एवं स्वच्छता जन जागरण रैली का आयोजन किया गया साथ ही वाटर स्कूल राजकीय प्राथमिक विद्यालय सर्वहारा नगर, काले की ढाल में हाथ धोने के 7 तरीेकों का प्रशिक्षण भी स्कूल के छात्र-छात्राओं व स्थानीय महिलाओं को दिया गया जिसमें भारी संख्या में स्थानीय लोगों ने सहभाग किया।स्वामी चिदानन्द सरस्वती के दिव्य संरक्षण, मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से स्वच्छ ऋषिकेश परियोजना का आयोजन किया गया जिसमें स्कूली छात्र-छात्राओं व महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया।
ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस द्वारा स्वच्छ ऋषिकेश
परियोजना के अंतर्गत  सर्वहारा नगर, काले की ढाल में स्वच्छता अभियान, श्रमदान एवं स्वच्छता जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस रैली व श्रमदान में जीवा की विमेन फॉर वॉश संगठन की 20 महिला सदस्यों व वाटर स्कूल राजकीय प्राथमिक विद्यालय, सर्वहारा नगर के 30 छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया । कार्यक्रम की शुरुआत रैली द्वारा की गई इस रैली का उद्देश्य मलिन बस्तियों की गलियों, नालियों, रंभा नदी एवं घर के आस-पास की दैनिक साफ सफाई आदि के विषय में लोगों को जागरूकता करना। रैली सर्वहारा नगर की समस्त गलियों चौराहों व सार्वजनिक कूड़ा फेंकने के स्थानों से निकाली गई। इस रैली में सूचना शिक्षा व संप्रेषण सामग्री के रूप में बैनर पोस्टर स्वच्छता
क्रांति झंडे, टोपी, टी, शर्ट का वितरण किया गया तथा जन जागरूकता लाने हेतु स्वच्छता संबंधी नारे लगाते  हुए रैली का शुभारम्भ हुआ। रैली के समापन अवसर पर जीवा के स्वच्छता विशेषज्ञों ने स्वामी चिदानन्द सरस्वती द्वारा छात्रों के लिये भेंजे संदेश को सुनाया गया उन्होने कहा कि ’’देश के भावी भविष्य को सुरक्षित रखने के लिये परिवार के प्रत्येक सदस्य को स्वच्छता को अंगीकार करना होगा। ’’स्वच्छता है जहां स्वच्छ परिवार है वहां’’।जीवा द्वारा वाॅटर स्कूल के बच्चों को हाथ धोने के उचित 7 तरीकों का प्रयोगात्मक विधि से इस्तेमाल करना सिखाया गया व इसके लाभ आदि की जानकारीयाँ दी गई। जीवा के स्वच्छता विशेषज्ञों ने प्रयोगात्मक प्रशिक्षण के साथ-साथ हाथ न धोने और स्वच्छता के अभाव में होने वाले रोगों के विषय में लोगों को जागरूक किया। विशेषज्ञों ने बताया कि हाथ न धोने से अनेक गंभीर बीमारियां जैसे फ्लू, स्वाइन फ्लू, सर्दी-जुकाम, उल्टी-दस्त, पेट की बीमारियां, डायरिया, ई-कोलाई विषाक्तता, साल्मोनेला विषाक्तता जैसी अनेक बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। सही तरीके के हाथ धोना स्वास्थ्य के लिहाजे से बहुत फायदेमंद है। अधिकांश अध्ययनों से पता चलता है कि कम से कम 20 से 30 सेकेंड तक हाथ धोना चाहिये।इस अवसर पर जीवा की कार्यक्रम निदेशक स्वामिनी आदित्यानन्दा सरस्वती, सैमुअल, जैम्स टोपो, विशाल भट्ट, रामचरण, चन्द्रकान्ता जोशी  ने सक्रिय योगदान प्रदान किया।

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