एतिहान एक बार अपने एटीएम का पिन अवश्य बदलें--आर बी आई
देहरादून-- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस टी एफ रिधिम अग्रवाल द्वारा विगत दिनों ए टी एम क्लोनिंग कर अवैध रूप से निकाली गई धनराशि के सम्बन्ध में सम्बन्धित थाना प्रभारी ,विवेचकों, एस ओ जी ,एस टी एफ एवं साईबर थाने के अधिकारीयो व साईबर एक्सपर्ट के साथ बैठक की गई। बैठक के दौरान ए टी एम क्लोनिंग से सम्बन्धित विभिन्न थानों में पंजीकृत अभियोगों की प्रगति रिपोर्ट प्राप्त की गई तथा ए टी एम क्लोनिंग से सम्बन्धित विवेचना की कार्ययोजना निर्गत करते हुये आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान कर निम्नलिखित सावधानियों का पालन करने के लिए कहा एटीएम की ठगी से बचने के लिये अपना एटीएम कार्ड और पिन (PIN) एक साथ ना रखें, अपना कार्ड किसी को न दें। ए टी एम मशीन में पिन नम्बर डालते समय की-पैड को अपने हाथों से छिपाते हुये प्रयोग करें।
भीड़-भाड़ वाले और असुरक्षित स्थानों में ए टी एम का प्रयोग सावधानीपूर्वक करें। अपने डेबिट क्रेडिट कार्ड का नम्बर, पासवर्ड, पिन, 3डी सिक्योर पिन, सी वी वी नम्बर किसी से शेयर ना करें।ए टी एम से पैसे निकालते समय अनजान व्यक्तियों से सहायता कभी न लें।ए टी एम क्लोनिंग से सम्बन्धित वर्तमान तक कुल 80 अभियोग पंजीकृत किया जा चुके है, जिनमे थाना नेहरू कॉलानी में 56 अभियोग, थाना रायपुर में 12 अभियोग, कोतवाली देहरादून में 8 अभियोग, थाना डालनवाला में 3 अभियोग एवं थाना पटेलनगर में 1 अभियोग पंजीकृत किये गये हैं। उक्त के अतिरिक्त साईबर थाना द्वारा ए टी एम क्लोनिंग से सम्बन्धित कुल 5 एफ आई आर शून्य में पंजीकृत कर देहरादून जनपद के सम्बन्धित थानों में विवेचना हेतु स्थानान्तरित की गई है। अब तक की विवेचना में पीड़ित व्यक्तियों के खाते से हुये ट्रांजक्शन के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गई है तथा उन ए टी एम को चिन्हित किया गया है जहां पर क्लोंनिग की घटना घटित हुई है।घटना में प्रयुक्त विभिन्न ए टी एम से सी सी टी वी फुटेज प्राप्त कर संदिग्धों के फाेटोग्राफ प्राप्त किये जा रहे है साथ ही फोटोग्राफ का मिलान उक्त घटना से सम्बन्धित पूर्व में प्रकाश में आये अभियुक्तों से भी किया जा रहा है। अभियुक्तों की तलाश में दिल्ली एवं जयपुर गई टीमों द्वारा अवैध रूप से ए टी एम से निकाली गई धनराशि का चिन्हिकरण किया गया व उन सभी ए टी एम से सी सी टी वी फुटेज प्राप्त की जा रही है। उपरोक्त परिप्रेक्ष्य में मंगलवार को आर बी आई द्वारा समस्त बैंकों की सुरक्षा सम्बन्धी बैठक आहूत की गई जिसमें आर बी आई द्वारा दिये गये दिशा-निर्देशों के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था न होने पर बैंकों से विस्तृत आख्या मांगी गई है। सम्बन्धित बैंक के जिन बैंक अधिकारियों द्वारा शिकायतकर्ताओं के प्रार्थना पत्रों पर तत्काल संज्ञान न लेते हुये उनको एफ आई आर हेतु थाने भेजा गया था
उन अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही किये जाने के आदेश निर्गत किये गये हैं साथ ही प्राप्त शिकायतों का तत्काल संज्ञान लेते हुये यथाशीघ्र क्षतिपूर्ति कर पीड़ितों की धनराशि वापस कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया व पुलिस को अपेक्षित सहयोग देने हेतु निर्देशित किया गया।उपरोक्त ए टी एम क्लोनिंग से सम्बन्धित घटित घटनाओं के दृष्टिगत जनता के मध्य जागरूकता का होना नितान्त आवश्यक है, जिसके लिये ए टी एम क्लोनिंग से बचने सम्बन्धी एडवाजरी जारी की जा रही है।यदि धोखाधड़ी से आपकी धनराशि निकलने पर आपको एसएमएस प्राप्त होता है तो तत्काल बैंक को सूचित करें, अपना कार्ड तुरन्त ब्लॉक कराये तथ इसकी सूचना निकवर्ती पुलिस थाने में दर्ज करायें। अनजान व्यक्ति को जानकारी होने का संदेह हो, तो तुरन्त अपना पिन बदल दे। समय-समय पर अपने डेबिट क्रेडिट कार्ड का पिन नम्बर बदलते रहे।
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