श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षांत समारोह में गउन के साथ दिखी पहाड़ की झलक पहाडी टोपी व मफलर

 राज्यपाल डॉ के. के पॉल ने कहा कि श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय ने सीमित इंफ्रास्ट्रक्चर और संसाधनों के बावजूद बहुत ही कम समय में खुद को स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि युवाओं के हाथों में देश का भविष्य है। युवाओं की जिम्मेदारी है कि देश के हितों की रक्षा करें, साथ ही भारतीय संविधान में मौजूद उदारवादी और समानता के सिद्धांतों का आदर करें। भारत में पिछले तीन दशकों से जारी आर्थिक सुधारों ने बेहतर भविष्य की नींव रखी है। देश में व्यापार और उद्योगों के लिए काम करने का बेहतर माहौल तैयार हुआ है। प्रगति के लिए देश को युवाओं की रचनात्मकता और मेधा की जरूरत है।
ये बातें उन्होंने श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह का आयोजन के दौरान वानिकी महाविद्यालय, रानीचौरी में कही। समारोह में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति उत्तराखंड के राज्यपाल डॉ के. के पॉल 52 छात्र-छात्राओं को गोल्ड और सिल्वर मेडल प्रदान किए। इसके साथ ही परीक्षाओं में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले पांच छात्र-छात्राओं को गर्वनर ट्रॉफी से पुरस्कृत किया गया। समारोह में कुल 5879 छात्रों को  उपाधि (डिग्री) प्रदान की गई।
श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने एच.एन.बी. गढ़वाल विश्वविद्यालय के संबंद्ध सभी विश्वविद्यालयों को जल्द ही श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से संबंद्ध किए जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जल्द ही उत्तराखंड के सभी विश्वविद्यालयों में ड्रेस कोड लागू किया जाएगा, साथ ही हर ब्लाक से आर्थिक रूप से कमजोर एक विद्यार्थी को निशुल्क पी.एच.डी करवाई जाएगी, जिसका सारा खर्चा राज्य सरकार उठाएगी। छात्रों को संबोधित करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री ने उच्च शिक्षा से जुड़ी कई सरकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य के सभी शिक्षण संस्थानों को सुदंर, स्वच्छ, नशामुक्त और राष्ट्रभक्ति से ओत प्रोत किए जाने की जरूरत है।  
समारोह में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ यू. एस रावत ने कहा कि इस विश्वविद्यालय का मकसद समाज के हर तबके तक गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित करना है। कुलपति प्रोफेसर यू.एस रावत ने बताया कि विश्वविद्यालय से कुल 147 शिक्षण संस्थान संबंद्ध हैं, जिसमें 97,511 छात्र अध्ययनरत हैं। उन्होंने पहाड़ों के कठिन जीवन और छात्राओं तक उच्च शिक्षा की पहुंच कम होने का जिक्र करते हुए कहा कि छात्राएं हमारे समाज के सपनों का प्रतिनिधित्व करती हैं। उनको मतबूत किए बगैर किसी भी तरह का सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास संभव नहीं है।
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलसचिव  दिनेश चंद्र ने समारोह के अंत सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही उपाधि प्राप्त करने वाले सभी छात्रों एवं उनके परिजनों के बेहतर भविष्य की शुभकामानाएं दीं।
दीक्षांत समारोह में टिहरी विधानसभा सीट से विधायक  धन सिंह नेगी, दून विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ वी.के. जैन, हेमवती नंदन बहुगुणा चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ सौदान सिंह सहित प्रदेश के कई विश्वविद्यालयों के प्रशासनिक अधिकारी एवं शिक्षक मौजूद रहे। समारोह में प्रोफेसर हरीश चंद्र पुरोहित, प्रोफेसर हर्ष डोभाल, प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल, प्रोफेसर विजय जुयाल आदि मौजूद रहे।

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