सिम स्वैपिंग या क्लोनिंग जैसे फ्रॉड से बचने के तरीके

  देहरादून – देश में बढ़ते साइबर क्राइम के लिए पुलिस द्वारा समय-समय पर सतर्कता अभियान चलाया जाता है इसी क्रम में चमोली पुलिस द्वारा सिम स्वैपिंग या क्लोनिंग जैसे फ्रॉड से बचने के लिए क्या करें और क्या न करें और इन पांच बातों कर रखे ध्यान  अगर आपको किसी टेलिकॉम कंपनी से कोई कॉल आए और आपसे सिम कार्ड नंबर पूछा जाए।


इस तरह की निजी और संवेदनशील जानकारी कभी साझा न करें।
याद रखें कि किसी भी कंपनी का कोई भी अधिकारी निजी और गोपनीय जानकारी कभी नहीं पूछता है। स्कैमर्स आम तौर पर 20 डिजिट वाले सिम कार्ड नंबर के बारे में पूछते हैं। अगर कोई फोन पर आपसे इस बारे में जानकारी लेना चाह रहा है, तो समझ जाइए कि यह खतरे की घंटी है। स्कैमर्स सिम कार्ड नंबर पता करने के बाद 1 नंबर प्रेस करने को कहते हैं ताकि ऑथेंटिकेशन पूरा हो सके। इसी कॉल को वे टेलिकॉम सर्वर से कनेक्ट करके स्वैपिंग प्रोसेस पूरा करते हैं। अगर ऐसा हो, तो कभी भी 1 नंबर प्रेस न करें और इसकी शिकायत करें। ध्यान रखें बैंक का कोई भी कर्मचारी फोन कॉल पर इस तरह की जानकारी के बारे में नहीं पूछता है।

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