गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने का यह सही समय था
देहरादून–मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों की बैठक में आह्वान किया कि सभी कार्यकर्ता वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में फिर से पार्टी की सरकार बनाने के संकल्प के साथ कार्य करें। भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित बैठक में सभी पार्टी पदाधिकारियों ने गैरसैंण भराड़ीसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का पुष्पवर्षा और पुष्प गुच्छ देकर जोरदार स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हम पूरे आत्मविश्वास के साथ कह सकते हैं कि इस ट्रिपल इंजन की सरकार ने तीन साल में जितने कार्य किए हैं उतने पिछले दस साल में भी नहीं हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने सीमाओं और सैनिकों की चिंता की।
बजट में राज्य के हर क्षेत्र के विकास के लिए धन की व्यवस्था की। शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को शोध व विकास तथा नवाचार के कार्यों के प्रोत्साहन के लिए पहली बार मुख्यमंत्री नवाचार कोष की स्थापना की। मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना, मुख्यमंत्री सौभाग्यवती योजना की भी शुरुआत की। वात्सल्य योजना में ऐसे बच्चों को लाभ मिलेगा जिन्हें 18 साल पूरे होने पर अनाथालय छोड़ना पड़ता था। ऐसे बच्चों को नौकरी में भी 5 फीसदी का आरक्षण दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार आने से पहले प्रदेश के अस्पतालों में आईसीयू ही नहीं थे। हमने 8 जिलों में आईसीयू बना दिए हैं और शेष स्थानों पर भी आईसीयू बनाने की प्रक्रिया चल रही है। रुद्रपुर, हरिद्वार, पिथौरागढ़ में मेडिकल कालेज के लिए धन जारी कर दिया है। आशा कार्यकर्ताओं को पूर्व कांग्रेस सरकार में एक भी पैसा नहीं मिला। हमने उनके मानदेय के लिए एक मुश्त राशि जारी की। साथ ही उनका मानदेय भी बढ़ाया। हमारी योजनाओं का फोक्स गरीब व्यक्ति रहा। कार्यकर्ता सरकार की योजनाओं को लेकर घर-घर जाएं।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हमने पार्टी के दृष्टि पत्र में जनता से किए गए 75 फीसदी वायदों को पूरा किया है। गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने का पार्टी ने संकल्प लिया था। हमने प्रदेश की जनता की इस भावना का आदर करते हुए इस संकल्प को भी पूरा किया है। इसका प्रदेश भर से ही नहीं बल्कि देश-विदेश से भी स्वागत हो रहा है। हमारी सरकार जनांकाक्षाओं को पूरा करने में सफल रही है।
कर्णप्रयाग तक अगले चार सालों में रेल पहुंच जाएगी। आल वैदर रोड भी बनकर तैयार हो जाएगा, कर्णप्रयाग से बागेश्वर तक रेल का सर्वे भी हो रहा है। इसलिए गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करना का यह सही समय था।
प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करना ऐतिहासिक फैसला है। जनभावना का सम्मान भाजपा ही करती है। गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित कर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इतिहास पुरुष बन गए हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि सरकार के तीन वर्ष पूरे होने पर 18 मार्च को पूरे प्रदेश में सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में एक ही समय पर कार्यक्रम कर हम जनता के सामने अपनी उपलब्धियों का रिपोर्ट कार्ड पूरी पारदर्शिता के साथ रखेंगे। साथ ही 6 अप्रैल को पार्टी की स्थापना दिवस कार्यक्रम के लिए तैयारी करें।
सांसद गढ़वाल तीरथ सिंह रावत ने भी गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने के लिए मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया और कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता की भावनाओं का सम्मान किया। आज जनता होली के साथ दीवाली भी मना रही है। अपनी सरकार में ऐसे कार्य हो रहे हैं जो कभी नहीं हुए। इस मौके पर महामंत्री राजेंद्र सिंह, कुलदीप सिंह, महामंत्री संगठन अजेय जी मौजूद रहे।
बजट में राज्य के हर क्षेत्र के विकास के लिए धन की व्यवस्था की। शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को शोध व विकास तथा नवाचार के कार्यों के प्रोत्साहन के लिए पहली बार मुख्यमंत्री नवाचार कोष की स्थापना की। मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना, मुख्यमंत्री सौभाग्यवती योजना की भी शुरुआत की। वात्सल्य योजना में ऐसे बच्चों को लाभ मिलेगा जिन्हें 18 साल पूरे होने पर अनाथालय छोड़ना पड़ता था। ऐसे बच्चों को नौकरी में भी 5 फीसदी का आरक्षण दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार आने से पहले प्रदेश के अस्पतालों में आईसीयू ही नहीं थे। हमने 8 जिलों में आईसीयू बना दिए हैं और शेष स्थानों पर भी आईसीयू बनाने की प्रक्रिया चल रही है। रुद्रपुर, हरिद्वार, पिथौरागढ़ में मेडिकल कालेज के लिए धन जारी कर दिया है। आशा कार्यकर्ताओं को पूर्व कांग्रेस सरकार में एक भी पैसा नहीं मिला। हमने उनके मानदेय के लिए एक मुश्त राशि जारी की। साथ ही उनका मानदेय भी बढ़ाया। हमारी योजनाओं का फोक्स गरीब व्यक्ति रहा। कार्यकर्ता सरकार की योजनाओं को लेकर घर-घर जाएं।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हमने पार्टी के दृष्टि पत्र में जनता से किए गए 75 फीसदी वायदों को पूरा किया है। गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने का पार्टी ने संकल्प लिया था। हमने प्रदेश की जनता की इस भावना का आदर करते हुए इस संकल्प को भी पूरा किया है। इसका प्रदेश भर से ही नहीं बल्कि देश-विदेश से भी स्वागत हो रहा है। हमारी सरकार जनांकाक्षाओं को पूरा करने में सफल रही है।
कर्णप्रयाग तक अगले चार सालों में रेल पहुंच जाएगी। आल वैदर रोड भी बनकर तैयार हो जाएगा, कर्णप्रयाग से बागेश्वर तक रेल का सर्वे भी हो रहा है। इसलिए गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करना का यह सही समय था।
प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करना ऐतिहासिक फैसला है। जनभावना का सम्मान भाजपा ही करती है। गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित कर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इतिहास पुरुष बन गए हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि सरकार के तीन वर्ष पूरे होने पर 18 मार्च को पूरे प्रदेश में सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में एक ही समय पर कार्यक्रम कर हम जनता के सामने अपनी उपलब्धियों का रिपोर्ट कार्ड पूरी पारदर्शिता के साथ रखेंगे। साथ ही 6 अप्रैल को पार्टी की स्थापना दिवस कार्यक्रम के लिए तैयारी करें।
सांसद गढ़वाल तीरथ सिंह रावत ने भी गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने के लिए मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया और कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता की भावनाओं का सम्मान किया। आज जनता होली के साथ दीवाली भी मना रही है। अपनी सरकार में ऐसे कार्य हो रहे हैं जो कभी नहीं हुए। इस मौके पर महामंत्री राजेंद्र सिंह, कुलदीप सिंह, महामंत्री संगठन अजेय जी मौजूद रहे।
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