हरेला का शुभारम्भ गांधी पार्क में पद्मश्री भर्त्वान द्वारा पौधा लगाकर किया जाएगा
देहरादून– धाद के अध्यक्ष लोकेश नवानी ने बताया की सामाजिक संगठन धाद अपने वार्षिक हरेला अभियान का प्रारंभ 16 जुलाई से करेगी तथा यह अभियान एक माह तक चलने के पश्चात 14 अगस्त को उत्तराखंड के अनाज और व्यंजन के पर्व के साथ समाप्त होगा अभियान को लेकर प्रेस वार्ता मेंं कही कि उत्तराखंड का प्रकृति पर्व हरेला को धाद ने 2010 में सामाजिक पहल करते हुए हरेला को एक सोशल मूवेमेंट का रूप दिया. जिसमे हरेला को प्रकृति और संस्कृति के समन्वय पर्व के प्रतीक पर्व के रूप में समाज के साथ शासन के अजेंडे में शामिल करने की पहल की गई। साथ ही इसमें समाज साहित्य संस्कृति और उत्तराखंड के आर्थिकी और उतापदाकता के सवालों को भी जोड़ा गया हैं। सभी वर्गों की भागीदारी के साथ संस्था द्वारा हर वर्ष हरेला का आयोजन किया जात हैं। जिसमे आम समाज में वृक्षारोपण के साथ उत्तराखंड की संस्कृति साहित्य समाज के बाबत सभाओं का आयोजन किया जाता है।
2016 से इस आयोजन को संस्था द्वारा इसे एक माह का करने का निश्चय किया गया था तब से प्रति वर्ष हरेला से घी संगरांद तक इसका आयोजन किया जाता है तथा धाद की संरचना में मौन योगदान करने वाली पहली महिला की स्मृति में रूपये 51000 का जसोदा नवानी हरेला सम्मान भी प्रदान किया जाता है. यह सम्मान अब तक फील गुड के सुधीर सुन्द्रियाल तथा हटाल त्यूनी के प्रेमचंद शर्मा को दिया जा चूका है
हरेला 2019 की जानकारी देते हुए धाद के सचिव तन्मय ममगाईं ने बताया कि इस वर्ष हरेला का अभियान समाज के 5000 वरिष्ठ नागरिकों और छात्रों को हरेला एम्बेसडर बनाएगा. जो पौधे लगाने, उन्हें संरक्षित करने और पर्यावरण चेतना के प्रसार का कार्य करेंगे. हरेला में सामाजिक सहयोग करने वालों को हरेला साथी और स्कूलों में पौधे लगाने, पर्यावरण चेतना और चर्चा के लिए हरेला क्लब बनाये जायेंगे. अभियान प्रदेश के विभिन्न स्कूलों संस्थानों के साथ विभिन कोलोनियों में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने इस अवसर पर अभियान का कलेंडर भी जारी किया।16 जुलाई को हरेला 2019 का शुभारम्भ गांधी पार्क में उत्तराखंड के लोकवाद्य ढोल के मर्मज्ञ लोक कलाकार स्व ओंकार दास के निमित्त पद्मश्री प्रीतम भर्त्वान द्वारा पौधा लगाकर किया जाएगा।
17 जुलाई छात्रों की भागीदारी के साथ हरेला मार्च को राजभवन से राज्यपाल के द्वारा किया जायेगा। 18 जुलाई से प्रत्येक दिन विभिन्न मोहल्लों संस्थानों स्कूलों में हरेला सभा आयोजित की जायेंगी जिसमे प्रकृति संस्कृति समाज साहित्य पर चर्चाये होंगी।21 जुलाई को उत्तराखंड की लोकभाषाओं की कवि गोष्ठी का आयोजन।27 जुलाई को युवाओं की भागीदारी के साथ साइकिल रैली राइड’ फॉर हरेला।4 अगस्त को देहरादून की जैव विविधता के निमित्त नागरिकों का वाक फॉर हरेला।10 अगस्त को समाज की भागीदारी के साथ व्यापक स्तर पर पौधे रोप जायेंगे।14 अगस्त को उत्तराखंड के अनाजों और व्यंजन के पर्व का आयोजन मुख्यमंत्री आवास में होगा।हरेला अभियान को उत्तराखंड हिमालय की आर्थिकी, उत्पादकता से जोड़ते हुए इस दिशा में विशेष योगदान देने वाले व्यक्ति को वर्ष 2019 के लिए जसोदा नवानी हरेला सम्मान दिया जाएगा जिसके अंतर्गत 51000 की राशि अंगवस्त्र और सम्मानपत्र भेंट किया जाएगा।प्रेस वार्ता में लोक कला केंद्र की संयोजक रीटा भंडारी और विनोद उपस्थित थे।
2016 से इस आयोजन को संस्था द्वारा इसे एक माह का करने का निश्चय किया गया था तब से प्रति वर्ष हरेला से घी संगरांद तक इसका आयोजन किया जाता है तथा धाद की संरचना में मौन योगदान करने वाली पहली महिला की स्मृति में रूपये 51000 का जसोदा नवानी हरेला सम्मान भी प्रदान किया जाता है. यह सम्मान अब तक फील गुड के सुधीर सुन्द्रियाल तथा हटाल त्यूनी के प्रेमचंद शर्मा को दिया जा चूका है
हरेला 2019 की जानकारी देते हुए धाद के सचिव तन्मय ममगाईं ने बताया कि इस वर्ष हरेला का अभियान समाज के 5000 वरिष्ठ नागरिकों और छात्रों को हरेला एम्बेसडर बनाएगा. जो पौधे लगाने, उन्हें संरक्षित करने और पर्यावरण चेतना के प्रसार का कार्य करेंगे. हरेला में सामाजिक सहयोग करने वालों को हरेला साथी और स्कूलों में पौधे लगाने, पर्यावरण चेतना और चर्चा के लिए हरेला क्लब बनाये जायेंगे. अभियान प्रदेश के विभिन्न स्कूलों संस्थानों के साथ विभिन कोलोनियों में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने इस अवसर पर अभियान का कलेंडर भी जारी किया।16 जुलाई को हरेला 2019 का शुभारम्भ गांधी पार्क में उत्तराखंड के लोकवाद्य ढोल के मर्मज्ञ लोक कलाकार स्व ओंकार दास के निमित्त पद्मश्री प्रीतम भर्त्वान द्वारा पौधा लगाकर किया जाएगा।
17 जुलाई छात्रों की भागीदारी के साथ हरेला मार्च को राजभवन से राज्यपाल के द्वारा किया जायेगा। 18 जुलाई से प्रत्येक दिन विभिन्न मोहल्लों संस्थानों स्कूलों में हरेला सभा आयोजित की जायेंगी जिसमे प्रकृति संस्कृति समाज साहित्य पर चर्चाये होंगी।21 जुलाई को उत्तराखंड की लोकभाषाओं की कवि गोष्ठी का आयोजन।27 जुलाई को युवाओं की भागीदारी के साथ साइकिल रैली राइड’ फॉर हरेला।4 अगस्त को देहरादून की जैव विविधता के निमित्त नागरिकों का वाक फॉर हरेला।10 अगस्त को समाज की भागीदारी के साथ व्यापक स्तर पर पौधे रोप जायेंगे।14 अगस्त को उत्तराखंड के अनाजों और व्यंजन के पर्व का आयोजन मुख्यमंत्री आवास में होगा।हरेला अभियान को उत्तराखंड हिमालय की आर्थिकी, उत्पादकता से जोड़ते हुए इस दिशा में विशेष योगदान देने वाले व्यक्ति को वर्ष 2019 के लिए जसोदा नवानी हरेला सम्मान दिया जाएगा जिसके अंतर्गत 51000 की राशि अंगवस्त्र और सम्मानपत्र भेंट किया जाएगा।प्रेस वार्ता में लोक कला केंद्र की संयोजक रीटा भंडारी और विनोद उपस्थित थे।
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