उत्तराखण्ड राज्य के 18वें स्थापना दिवस पर रंगारंग कार्यक्रम
देहरादून-राज्यपाल ने कहा कि राज्य में हमारे सामने बड़ी चुनौती, दुर्गम व दूर-दराज के इलाकों में बुनियादी सुविधाओं का विकास करना है। इसके लिए शिक्षा, स्वास्थ्य व पर्वतीय खेती पर फोक्स करना होगा। राज्य सरकार गम्भीरता से इस दिशा में काम कर रही है। पर्वतीय क्षेत्रों से पलायन को रोकने के लिए ग्रामीण विकास व पलायन आयोग का गठन करते हुए इसका मुख्यालय पौड़ी में स्थापित किया गया है।
नीतिगत निर्णय लेते हुए मैदानी क्षेत्रों से बड़ी संख्या में डाॅक्टर पर्वतीय क्षेत्रों में नियुक्त किए गए हैं। किफायती दाम पर दवा उपलब्घ करवाने के लिए 100 जन औषधि केंद्र खोले जा रहे हैं। टेली-मेडिसिन व टेली-रेडियोलाॅजी का प्रयास किया जा रहा है। नए चिकित्सकों की नियुक्ति करने के लिए भी हर सम्भव कोशिश की जा रही है। शिशु तथा मातृत्व मृत्युदर को न्यूनतम करने पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने कहा कि हमारी शिक्षा व्यवस्था ऐसी हो, जो छात्रों को प्रेक्टीकल नोलेज दे और
उनमें स्किल डेवलपमेंट करे। विश्वविद्यालयों में ज्ञान के सृजन के लिए उच्च स्तरीय व मौलिक रिसर्च को प्रोत्साहित करना होगा। हमें विशेष प्रयास करना होगा ताकि हमारे शिक्षण संस्थान, क्वालिटी एजुकेशन व स्पोर्ट्स के सेंटर बन सकें। परंतु सबसे पहले स्कूली स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए अत्यधिक प्रयास की आवश्यकता है
अगर स्कूल में बुनियाद पक्की बन रही है तो बच्चे आगे भी कामयाब रहेंगे। राज्यपाल ने उत्तराखण्ड के युवाओं को प्रतिभावान बताते हुए उनसे राष्ट्रीय स्वच्छता मिशन, डिजीटल इंडिया, स्किल डेवलेपमेंट, स्टार्ट अप व मेक इन इंडिया कार्यक्रमों से जुड़कर देश के विकास में अपने सामथ्र्य व प्रतिभा
का उपयोग करने का आह्वान किया। उत्तराखण्ड देवभूमि होने के साथ ही वीर भूमि भी है। प्रत्येक विश्वविद्यालय में अमर शहीदों को समर्पित ‘Wall of Valour’ बनाई गई हैं ताकि हमारे युवाओं को पे्ररणा मिले। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा चारधाम आॅल वेदर रोड़ का शिलान्यास करने के बाद से काम में तेज़ी आयी है व ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल प्रोजेक्ट पर काम प्रारम्भ होने जा रहा है।उनमें स्किल डेवलपमेंट करे। विश्वविद्यालयों में ज्ञान के सृजन के लिए उच्च स्तरीय व मौलिक रिसर्च को प्रोत्साहित करना होगा। हमें विशेष प्रयास करना होगा ताकि हमारे शिक्षण संस्थान, क्वालिटी एजुकेशन व स्पोर्ट्स के सेंटर बन सकें। परंतु सबसे पहले स्कूली स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए अत्यधिक प्रयास की आवश्यकता है
अगर स्कूल में बुनियाद पक्की बन रही है तो बच्चे आगे भी कामयाब रहेंगे। राज्यपाल ने उत्तराखण्ड के युवाओं को प्रतिभावान बताते हुए उनसे राष्ट्रीय स्वच्छता मिशन, डिजीटल इंडिया, स्किल डेवलेपमेंट, स्टार्ट अप व मेक इन इंडिया कार्यक्रमों से जुड़कर देश के विकास में अपने सामथ्र्य व प्रतिभा
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