महिलाओं में 40 साल की उम्र के बाद स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर की ज्यादा आशंका- डाॅ0 सुमिता प्रभाकर
देहरादून, - कैंन प्रोटेक्ट फाउंडेशन की डाॅ0 सुमिता प्रभाकर ने अपनी पत्रकार वार्ता में बताया कि महिलाओं में 40 साल की उम्र के बाद स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर की ज्यादा आशंका स्तन कैंसर के बचाव के लिए 1 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक शिविर का आयोेजन करेगा। शिविर का 31 अक्टूबर को नगर निगम सभागार में समापन होगा। उत्तरांचल प्रेस क्लब में फाउंडेशन की तरफ से 5 अक्टूबर को निशुल्क शिविर लगाया जायेगा। शिविर सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक रहेगा।शिविर में उक्त जाॅच कराने वाले पत्रकारों और उनके परिजनों के लिए 30 सितम्बर से क्लब कार्यालय में रजिस्ट्रेशन शुरू होगें। रजिस्ट्रेशन के आधार पर ही किसी सदस्य के परिजन की
जाॅच चिकित्सकों की टीम करेगी। पत्रकारों व उनके परिजनों के लिए 5 अक्टूबर को क्लब सभागार में निशुल्क हड्डियों एवं हीमोग्लोबिन की भी होगी निशुल्क जाॅच इसके अलावा 1 अक्टूबर मेहर हाॅस्पिटल, वैश नर्सिग होम, 3 अक्टूबर को एनआईवीएच राजपुर रोड़, 4 अक्टूबर सीएमआई हाॅस्पिटल व 6 अक्टूबर कैंटोमेंनट हाॅस्पिटल गढ़ी कैंट में शिविर आयोजित किये जायेगें। के सहयोग से प्रेस क्लब सदस्यों व पत्रकारों और उनके परिजनों के लिए 5 अक्टूबर को प्रेस क्लब सभागार में निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन कर रहा है। शिविर में स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर तथा हड्डियों के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा जाॅच की जायेगी। इसके लिए 30 सितम्बर से क्लब में रजिस्ट्रेशन शुरू होगे। रजिस्ट्रेशन करने के लिए कैंन प्रोटेक्ट फाउंडेशन के मोबईल 9412915012 नम्बर पर फोन करके अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।रजिस्ट्रेशन 4 अक्टूबर को 4 बजे बन्द कर दिये जायेगें।उत्तरांचल प्रेस क्लब सभागार में पत्रकारों से बात करते हुए कैन प्रोटेक्ट फाउ़डेशन की अध्यक्ष व प्रसिद्व प्रसूति रोग विशेषज्ञ डाॅ0 सुमिता प्रभाकर ने बताया कि स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में सबसे अधिक पाए जाने वाला कैंसर है। जब महिलायें 40 साल की उम्र पार कर लेती है तब इस बीमारी के लक्षण ज्यादा बढ़ जाते है। डाॅ0 सुमिता प्रभाकर ने बताया कि समय-समय पर इसकी जाॅच होती रहे तो इस बीमारी को रोका जा सकता है। कहा कि महिलाये अधिकतर झिझक और जानकारी के अभाव में शुरूआती लक्षणों को नजर अंदाज कर देती है। फाउंडेशन पिछले 4 वर्षो से स्तन व बच्चेदानी के कैंसर की रोक थाम के लिए काम कर रही है, और अभी तक 10 हजार महिलाओं की जाॅच कर चुकी है। इसके साथ ही प्रतिमाह उत्तराखण्ड एवं उत्तरप्रदेश में करीब 12 शिविर नियमित रूप से लगाता आ रहा है।उन्होनें बताया अक्टूबर माह पूरे विश्व में स्तन कैंसर से बचाव के लिए जाना जाता है। फाउंडेशन इस दिवस पर हर साल की तरह इस साल भी करीब 15 शिविरों का विभिन्न अस्पतालों में आयोेजन कर रहा है। जिसमें संस्था मेमोग्राफी पर 50 प्रतिशत तथा पेप स्मियर में 70 प्रतिशत की छूट देती है। शिविर में न्यूरोसर्जन डाॅ महेश कुडियाल भी मौजूद रहेगें। पत्रकार वार्ता में फाउंडेशन के सचिव प्रवीन डंग, मधुकांत, समीर दत्ता, व अनुपम चौहान मौजूद रहे।
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