हरेला पर्व पर एक व्यक्ति एक वृक्ष का नारा
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ‘‘एक व्यक्ति एक वृक्ष’’ का नारा देते हुए बीएसएफ इंस्टिट्यूट डोईवाला में आयोजित हरेला पर्व 2017 का शुभारंभ किया। हरेला पर्व का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सहित वन मंत्री हरक सिंह रावत, परिवाहन मंत्री यशपाल आर्य, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ,शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डे ने बीएसएफ इंस्टिट्यूट परिसर में हरण, अमर लता, आवला तथा तेजपात जैसे विभिन्न औषधीय महत्व के पौधों का रोपण किया।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्य भर में मनाये जा रहे हरेला पर्व के अवसर पर राज्य वासियों से अपील की है कि हरियाली के पर्व हरेला पर राज्य का प्रत्येक व्यक्ति एक वृक्ष जरूर लगाएं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने
भारत में प्रति व्यक्ति 28 वृक्ष है। अतः हमें अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना होगा।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि इस वर्ष के हरेला पर्व की थीम वृक्षारोपण के साथ नदियों का पुनर्जीवन तथा संरक्षण है। राज्य के प्रत्येक जिले में एक नदी, धारा, गदेरा चिन्हित किया गया है जिसे पुनर्जीवित करने के प्रयास किए जाएंगे। देहरादून में सुसवा नदी के किनारे वृक्षारोपण किया जा रहा है। नदियों के पुनर्जीवन के साथ ही जल संरक्षण को भी गति मिलेगी। ऐसे पौधे लगाने के प्रयास किए जाएंगे जिनसे स्थानीय लोगों को आर्थिक लाभ भी मिले। 15 अगस्त तक 5000000 पौधे पूरे प्रदेश में लगाए जाएंगे परंतु इस महा अभियान में जन सहभागिता व जन सक्रियता भी अनिवार्य है। जनता की सक्रियता तथा सहभागिता से ही आज तक के सभी अभियान सफल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें पर्यावरण संरक्षण तथा वृक्षारोपण के बारे में आज ही समझने की जरूरत है, हमारे पास कल का समय नहीं है। जन सहभागिता से इस अभियान को महा अभियान बनाना होगा।
उन्होंने नागरिको से अपील की जितना अधिक संभव हो वृक्षारोपण करे। चाहे हम अपने घरों में सजावटी, नींबू, अमरूद तथा अन्य फलदार पौधे ही लगाएं तथा लगाए गए पौधों की सुरक्षा पर भी ध्यान दें।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने स्कूली बच्चों को पौधे भी वितरित किए।‘‘हरियाली का पर्व हरेला सुख और समृद्धि का पर्व है’’ हरेला, संग्राद तथा श्रावण मास की शुभकामनाएं तथा बधाई देते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बालावाला में भारी जनसमूह को संबोधित किया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि राज्य व देश को सबसे अधिक नुकसान भ्रष्टाचार से है। भ्रष्टाचार का समूल नाश करने के लिए हमें उच्च स्तर से भ्रष्टाचार को समाप्त करना होगा। उन्होंने कहा कि जब तक गौमुख से गंगा स्वच्छ नहीं होगी तब तक गंगा को पूरी तरह से स्वच्छ नहीं किया जा सकता है। मुख्यमंत्री कार्यालय राज्य का गोमुख है। राज्य सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति है। राजनीतिक विद्वेष की भावना से कोई कार्य नहीं किया जाएगा। कोई भी कार्यवाही ठोस साक्ष्यों के आधार पर ही की जाएगी। पिछले 100 दिनों में राज्य के भविष्य का रोड मैप तैयार किया गया है।
हम भ्रष्टाचार को लीकेज नहीं चोरी और डकैती मानते हैं। यदि हमने भ्रष्टाचार की लीकेज को रोक दिया तो राज्य की विकास की बहुत बड़ी बाधा दूर हो जाएगी। अवैध खनन के मामलों में पिछले दिनों लगभग 44 अवैध क्रेशर जब्त किए गए। अब राज्य को एक फैशन डिजाइनिंग का संस्थान, प्लास्टिक इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट, हॉस्पिटैलिटी यूनिवर्सिटी, चार धाम प्रोजेक्ट, कर्णप्रयाग रेल प्रोजेक्ट, मिल चुका है। हाल ही में राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री के केदारनाथ तथा बद्रीनाथ यात्रा पर आने से देश और दुनिया में चार धाम यात्रा के प्रति उत्साहपूर्ण संदेश गया है। इस वर्ष अभी तक मात्र 41 दिनों में इतनी अधिक संख्या में पर्यटक आ चुके हैं जितने पिछले पूरे वर्ष में आए थे। यह सब राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री की बद्रीनाथ तथा केदारनाथ यात्रा के परिणाम स्वरुप जीरो बजट में हुआ है। राज्य में हवाई अड्डों का विकास किया जा रहा है। केंद्र सरकार से राज्य सरकार को पूरा सहयोग मिला ।वही वित्त मंत्री प्रकाश पन्त ने अपने घर पर पेड़ लगाएं ।
राज्य वासियों को हरेला पर्व तथा संग्राद की शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि यह अत्यंत प्रसन्नता की बात है कि वन विभाग ने इस वर्षा काल में राज्य भर में 5000000 वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा है साथ ही अन्य विभागों, संगठनों और तथा संस्थाओं द्वारा अन्य 5000000 पौधों का रोपण राज्य भर में किया जाएगा। कुल मिलाकर इस वर्षाकाल में एक करोड़ नए पौधे लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि हरियाली के पर्व हरेला पर हम सभी को वृक्षारोपण का संकल्प लेना होगा हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है कि एक वृक्ष 10 पुत्रों के समान होता है।
प्राचीन काल से ही भारतीय सभ्यता में वृक्षों की रक्षा की परंपरा रही है हमारी परंपरा में पीपल वृक्ष को पूजनीय तथा चिरंजीवी माना जाता है। वटवृक्ष हमारी आस्था तथा अध्यात्म से जुड़ा हुआ है अतः हमारे अधिकारी भी पीपल के रोपण को महत्व दे रहे हैं क्योंकि इसके धार्मिक महत्व के कारण कोई इसे काटता नहीं है।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि हमारे लोकगीत तथा पर्व भी प्रकृति प्रेम एवं पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हैं तथा हमें जीवन कैसे जीना चाहिए इसका मार्गदर्शन भी करते है। मुख्यमंत्री ने कहा की हरेला हरियाली तथा ऋतुओं का पर्व है हमें प्रकृति संरक्षण व प्रेम की अपनी संस्कृति, परंपराओं तथा उत्सवों को बनाए रखना होगा। पर्यावरण संरक्षण तथा अधिकाधिक वृक्षारोपण की अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक पेड़ एक दिन में 4 व्यक्तियों के लिए ऑक्सीजन की मात्रा सुनिश्चित करता है। एक पेड़ एक कमरे को उतना ही ठंडा रख सकता है जितना की एक एसी 20 घंटे तक। विश्व में सर्वाधिक वृक्ष रूस में पाए जाते हैं उसके बाद कनाडा तथा अमेरिका दूसरे तथा तीसरे स्थान पर है। भारत में 35 अरब पेड़ हैं।भारत में प्रति व्यक्ति 28 वृक्ष है। अतः हमें अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना होगा।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि इस वर्ष के हरेला पर्व की थीम वृक्षारोपण के साथ नदियों का पुनर्जीवन तथा संरक्षण है। राज्य के प्रत्येक जिले में एक नदी, धारा, गदेरा चिन्हित किया गया है जिसे पुनर्जीवित करने के प्रयास किए जाएंगे। देहरादून में सुसवा नदी के किनारे वृक्षारोपण किया जा रहा है। नदियों के पुनर्जीवन के साथ ही जल संरक्षण को भी गति मिलेगी। ऐसे पौधे लगाने के प्रयास किए जाएंगे जिनसे स्थानीय लोगों को आर्थिक लाभ भी मिले। 15 अगस्त तक 5000000 पौधे पूरे प्रदेश में लगाए जाएंगे परंतु इस महा अभियान में जन सहभागिता व जन सक्रियता भी अनिवार्य है। जनता की सक्रियता तथा सहभागिता से ही आज तक के सभी अभियान सफल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें पर्यावरण संरक्षण तथा वृक्षारोपण के बारे में आज ही समझने की जरूरत है, हमारे पास कल का समय नहीं है। जन सहभागिता से इस अभियान को महा अभियान बनाना होगा।
उन्होंने नागरिको से अपील की जितना अधिक संभव हो वृक्षारोपण करे। चाहे हम अपने घरों में सजावटी, नींबू, अमरूद तथा अन्य फलदार पौधे ही लगाएं तथा लगाए गए पौधों की सुरक्षा पर भी ध्यान दें।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने स्कूली बच्चों को पौधे भी वितरित किए।‘‘हरियाली का पर्व हरेला सुख और समृद्धि का पर्व है’’ हरेला, संग्राद तथा श्रावण मास की शुभकामनाएं तथा बधाई देते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बालावाला में भारी जनसमूह को संबोधित किया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि राज्य व देश को सबसे अधिक नुकसान भ्रष्टाचार से है। भ्रष्टाचार का समूल नाश करने के लिए हमें उच्च स्तर से भ्रष्टाचार को समाप्त करना होगा। उन्होंने कहा कि जब तक गौमुख से गंगा स्वच्छ नहीं होगी तब तक गंगा को पूरी तरह से स्वच्छ नहीं किया जा सकता है। मुख्यमंत्री कार्यालय राज्य का गोमुख है। राज्य सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति है। राजनीतिक विद्वेष की भावना से कोई कार्य नहीं किया जाएगा। कोई भी कार्यवाही ठोस साक्ष्यों के आधार पर ही की जाएगी। पिछले 100 दिनों में राज्य के भविष्य का रोड मैप तैयार किया गया है।
हम भ्रष्टाचार को लीकेज नहीं चोरी और डकैती मानते हैं। यदि हमने भ्रष्टाचार की लीकेज को रोक दिया तो राज्य की विकास की बहुत बड़ी बाधा दूर हो जाएगी। अवैध खनन के मामलों में पिछले दिनों लगभग 44 अवैध क्रेशर जब्त किए गए। अब राज्य को एक फैशन डिजाइनिंग का संस्थान, प्लास्टिक इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट, हॉस्पिटैलिटी यूनिवर्सिटी, चार धाम प्रोजेक्ट, कर्णप्रयाग रेल प्रोजेक्ट, मिल चुका है। हाल ही में राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री के केदारनाथ तथा बद्रीनाथ यात्रा पर आने से देश और दुनिया में चार धाम यात्रा के प्रति उत्साहपूर्ण संदेश गया है। इस वर्ष अभी तक मात्र 41 दिनों में इतनी अधिक संख्या में पर्यटक आ चुके हैं जितने पिछले पूरे वर्ष में आए थे। यह सब राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री की बद्रीनाथ तथा केदारनाथ यात्रा के परिणाम स्वरुप जीरो बजट में हुआ है। राज्य में हवाई अड्डों का विकास किया जा रहा है। केंद्र सरकार से राज्य सरकार को पूरा सहयोग मिला ।वही वित्त मंत्री प्रकाश पन्त ने अपने घर पर पेड़ लगाएं ।
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