माँ गंगा की शरण में अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीश दलवीर भण्डारी
ऋषिकेश- भारत की ओर से अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीश दलवीर भण्डारी ने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष, ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस के संस्थापक स्वामी चिदानन्द सरस्वती से मुलाकात कर देश-विदेश के विभिन्न तात्कालिक मुद्दों पर विचार विमर्श किया।जस्टिस दलवीर भण्डारी ने इंटरनेशनल कोर्ट आॅफ जस्टिस में बड़ी जीत हासिल करने के पश्चात स्वामी चिदानन्द सरस्वती से आशीर्वाद लिया। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने इस जीत के लिये उनका अभिनन्दन करते हुये दिव्य गंगा आरती में हिमालय की भेंट शिवत्व का प्रतीक रूदाक्ष
का पौधा भेंट किया।जस्टिस दलवीर भण्डारी ने दिव्य गंगा आरती में सहभाग किया और उनकी इस उपलब्धि का श्रेय माँ गंगा को दिया।आज परमार्थ गंगा आरती में ’एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम के तहत कर्नाटक एवं उत्तराखण्ड राज्य के सैकडों छात्रों के दल ने परमार्थ गंगा आरती में सहभाग।कर्नाटक से आये छात्रों ने उत्तराखण्ड राज्य का भ्रमण किया और हिमालय की संस्कृति को आत्मसात किया। परमार्थ निकेतन आकर उन्होने कूड़ा प्रबंधन, पर्यावरण एवं जल संरक्षण के विषय में जानकारी प्राप्त की।’एक भारत श्रेष्ठ भारत’ छा़त्र दल ने परमार्थ गंगा आरती में सहभाग किया।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड राज्य के खण्ड शिक्षा अधिकारी, उप शिक्षा अधिकारी एवं अन्य उपस्थित रहे। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने सभी छात्रों एवं गंगा आरती में सहभाग कर रहे श्रद्धालुओं को नदियों के संरक्षण का संकल्प कराया।
का पौधा भेंट किया।जस्टिस दलवीर भण्डारी ने दिव्य गंगा आरती में सहभाग किया और उनकी इस उपलब्धि का श्रेय माँ गंगा को दिया।आज परमार्थ गंगा आरती में ’एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम के तहत कर्नाटक एवं उत्तराखण्ड राज्य के सैकडों छात्रों के दल ने परमार्थ गंगा आरती में सहभाग।कर्नाटक से आये छात्रों ने उत्तराखण्ड राज्य का भ्रमण किया और हिमालय की संस्कृति को आत्मसात किया। परमार्थ निकेतन आकर उन्होने कूड़ा प्रबंधन, पर्यावरण एवं जल संरक्षण के विषय में जानकारी प्राप्त की।’एक भारत श्रेष्ठ भारत’ छा़त्र दल ने परमार्थ गंगा आरती में सहभाग किया।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड राज्य के खण्ड शिक्षा अधिकारी, उप शिक्षा अधिकारी एवं अन्य उपस्थित रहे। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने सभी छात्रों एवं गंगा आरती में सहभाग कर रहे श्रद्धालुओं को नदियों के संरक्षण का संकल्प कराया।
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