ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन से जनसुनवाई रद्द
उत्तरकाशी - जिला प्रशासन ने बुधवार को आहूत जखोल साकरी परियोजना की जनसुनवाई रद्द करनी पड़ी। सैकड़ों ग्रामीणों ने 3 घंटे तक जनसुनवाई मंच के सामने "जनसुनवाई रद्द करो , बांध कंपनी वापस जाओ" आदि नारे देते रहे। आक्रोशित युवा महिलाओं ने लगातार डटे रहकर कंपनी व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की चालाकियों को नाकाम किया। प्रशासन की ओर से कोशिशें की गई कि लोग या तो शांति से बैठे या चले जाएं।जिलाधीश ने एक बार मंच से बिना माइक के जनसुनवाई रद्द करने की घोषणा भी की किंतु लोग जानते थे कि जब जनसुनवाई की अध्यक्षता अतिरिक्त जिलाधीश कर रहे हैं तो उन्हें ही घोषणा करनी होगी कंपनी के लोगों को वहां से हटना चाहिए , मंच को हटाना चाहिए ।जिलाधिकारी को पर्यावरण आकलन अधिसूचना 14 सितंबर 2006" की प्रति दी गई और इस बात की कानूनी जरूरत बताई कि ये डी एम शाह मंच से घोषणा करें कि जनसुनवाई रद्द की गई तब ही जनसुनवाई रद्द मानी जायेगी। जिलाधीश को यह भी बताया गया कि 18 अक्टूबर 2006 को विष्णुगाड पीपलकोटी बांध की जनसुनवाई की अध्यक्ष निधि यादव , SDM चमोली ने, लोगों को जानकारी ना होने की आधार पर जनसुनवाई रद्द की थी