दर्शक दीर्घा से कूद कर धुआं बम फोड़ा गया आखिर क्यों ?
देहरादून – सवाल तो बनता है? आखिर क्यों! 13 दिसंबर 2001 के दिन संसद भवन पर आतंकवादियों द्वारा हमला किया गया था। जिसमें हमारे कई सुरक्षा अधिकारी शहीद हो गए थे 13 दिसंबर के दिन शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्रवाई शुरू की गई थी की 22 साल बाद 13 दिसंबर 2023 के दिन इन 6 से 7 युवक व युवती ने सदन के अंदर दर्शक दीर्घा से कूद कर धुआं बम फोड़ा गया आखिर क्यों
इन हमलावरों ने 13 दिसंबर का दिन ही चुना जिस दिन संसद भवन पर हुए हमले की शहीदों को श्रद्धांजलि दी जा रही थी। आखिर क्यों आजाद भारत में इस प्रकार की नौबत आई की कुछ लोगों ने यह निर्णय लिया कि सदन के अंदर घुसकर इस प्रकार का क कृत्य किया गया बताया जा रहा है कि यह सभी शहीद ए आजम भगत सिंह के फैन फॉलोअर हैं, और सभी अलग-अलग प्रांतों से हैं शायद इससे पहले कभी एक दूसरे के संपर्क में ज्यादा ना आए हो सोचने का विषय यह है कि आखि़र क्यों इन लोगों ने इतना बड़ा कदम उठाया और इसके पीछे उनकी मानसिकता क्या रही होगी।
आजादी के आंदोलन में शहीद ए आजम भगत सिंह ने सदन में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ प्रदर्शन कर पर्चे फेंक थे, और आवाज बम फेंका था, इसी तर्ज पर कल जैसे जिस दिन सदन में हमले की वारसी मनाई गई थी उसके तुरंत बाद यह घटना हो गई, आखिर चिंता का विषय है कि इन सभी लोगों ने उठाया इस प्रकार का कम क्यों उठाया आखिर इन्हें भारत सरकार से क्या परेशानी थी जो इन्हें इस प्रकार सदन में घुसकर यह कदम उठाना पड़ा। जानना चाहता है भारत ?
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