विजय दशमी को बदरी धाम एवं केदार धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित होगी
रूद्रप्रयाग–इस यात्रा वर्ष में 8 अक्टूबर विजय दशमी के अवसर पर आयोजित समारोहों में श्री बद्रीनाथ धाम, श्री केदारनाथ धाम, श्री गंगोत्री, श्री यमनोत्री, द्वितीय केदार मद्महेश्वर एवं तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट बंद होने की तिथि समय एवं देवडोलियों के शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंचने का कार्यक्रम तय होगा। श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने यह जानकारी देते हुए बताया है कि श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि की घोषणा आचार्यों की उपस्थिति में विधि-विधान से पंचांग गणना के अनुसार 8 अक्टूबर, मंगलवार विजय दशमी के अवसर पर की जायेगी। इसी दिन श्री उद्धव जी एवं कुबेर जी की डोलियों के पांडुकेश्वर जाने एवं आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी के नृसिंह मंदिर जोशीमठ आने की तिथि एवं कार्यक्रम घोषित होगा, साथ ही श्री बद्रीनाथ धाम हेतु वर्ष 2020 की भंडार व्यवस्था हेतु पगड़ी भेंट का भी कार्यक्रम होगा।
इसी तरह श्री केदारनाथ धाम के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में आयोजित समारोह में श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद होने की तिथि की औपचारिक घोषणा एवं समय एवं श्री केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ आगमन का कार्यक्रम घोषित होगा।यद्यपि केदारनाथ धाम के कपाट प्रत्येक वर्ष भैयादूज के दिन बंद हो जाते है। इस बार भैयादूज 29 अक्टूबर को केदारनाथ धाम के कपाट बंद हो जायेंगे ।द्वितीय केदार मद्महेश्वर मंदिर के कपाट बंद होने की तिथि एवं डोली का कार्यक्रम एवं श्री मद्महेश्वर मेले की तिथि भी विजय दशमी के दिन तय होगी। जबकि तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट बंद होने की तिथि एवं कार्यक्रम शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ में तय होगी व्यवस्था श्री गंगोत्री एवं यमुनोत्री मंदिर समिति से प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री गंगोत्री धाम के कपाट 28 अक्टूबर अन्नकूट के दिन एवं श्री यमुनोत्री धाम के कपाट 29 अक्टूबर भैय्यादूज बंद होते है। औपचारिक रूप से कपाट बंद होने की तिथि एवं समय तथा देवडोलियों के शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंचने के कार्यक्रम की घोषणा विजय दशमी के दिन की जायेगी।
श्री बद्रीनाथ में 11.30 बजे दिन से कपाट बंद होने की तिथि घोषित करने हेतु समारोह शुरू होगा कार्यक्रम में श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल एवं मंदिर समिति सदस्यगण,रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी, मुख्य कार्याधिकारी बी.डी.सिंह, उपमुख्य कार्याधिकारी सुनील तिवारी,धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल,वेदपाठीगण हक-हकूकधारी एवं तीर्थयात्री मौजूद रहेंगे।उखीमठ में प्रात: 9.30 बजे से आयोजित समारोह में श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति उपाध्यक्ष अशोक खत्री कार्याधिकारी एन.पी.जमलोकी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल, व.प्र. अधिकारी वचन सिंह रावत, पुजारी शिवशंकर लिंग, वेदपाठी विश्वमोहन जमलोकी, यशोधर मैठाणी, स्वयंबर सेमवाल सहित आचार्य हर्ष जमलोकी एवं पंचगाई हक-हकूकधारी मौजूद रहेंगे।
इसी तरह श्री केदारनाथ धाम के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में आयोजित समारोह में श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद होने की तिथि की औपचारिक घोषणा एवं समय एवं श्री केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ आगमन का कार्यक्रम घोषित होगा।यद्यपि केदारनाथ धाम के कपाट प्रत्येक वर्ष भैयादूज के दिन बंद हो जाते है। इस बार भैयादूज 29 अक्टूबर को केदारनाथ धाम के कपाट बंद हो जायेंगे ।द्वितीय केदार मद्महेश्वर मंदिर के कपाट बंद होने की तिथि एवं डोली का कार्यक्रम एवं श्री मद्महेश्वर मेले की तिथि भी विजय दशमी के दिन तय होगी। जबकि तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट बंद होने की तिथि एवं कार्यक्रम शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ में तय होगी व्यवस्था श्री गंगोत्री एवं यमुनोत्री मंदिर समिति से प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री गंगोत्री धाम के कपाट 28 अक्टूबर अन्नकूट के दिन एवं श्री यमुनोत्री धाम के कपाट 29 अक्टूबर भैय्यादूज बंद होते है। औपचारिक रूप से कपाट बंद होने की तिथि एवं समय तथा देवडोलियों के शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंचने के कार्यक्रम की घोषणा विजय दशमी के दिन की जायेगी।
श्री बद्रीनाथ में 11.30 बजे दिन से कपाट बंद होने की तिथि घोषित करने हेतु समारोह शुरू होगा कार्यक्रम में श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल एवं मंदिर समिति सदस्यगण,रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी, मुख्य कार्याधिकारी बी.डी.सिंह, उपमुख्य कार्याधिकारी सुनील तिवारी,धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल,वेदपाठीगण हक-हकूकधारी एवं तीर्थयात्री मौजूद रहेंगे।उखीमठ में प्रात: 9.30 बजे से आयोजित समारोह में श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति उपाध्यक्ष अशोक खत्री कार्याधिकारी एन.पी.जमलोकी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल, व.प्र. अधिकारी वचन सिंह रावत, पुजारी शिवशंकर लिंग, वेदपाठी विश्वमोहन जमलोकी, यशोधर मैठाणी, स्वयंबर सेमवाल सहित आचार्य हर्ष जमलोकी एवं पंचगाई हक-हकूकधारी मौजूद रहेंगे।
Comments
Post a Comment