किसी भी आपदा के दौरान फर्स्ट रिस्पांडर की भूमिका

देहरादून-- sdrf जॉलीग्रांट  में रेडक्रास  प्रशिक्षण  कार्यशाला का समापन हो गया।23 फ़रवरी से प्रारम्भ सर्च एन्ड रेस्क्यू कोर्स में उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों से आये 30 स्वमसेवकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यशाला के माध्यम् से रेडक्रास स्वयंसेवकों को  किसी भी आपदा के पश्चात आधुनिक तरीकों से  घायलों को खोजना, घायलों तक पहुँचना एवं  साथही  कोलेप्स स्टेक्चर सर्च एंड रेस्क्यू तकनीक  सिखाई  गयी ।आपदा के प्रति अति संवेदनशील प्रदेश में  sdrf द्वारा इस  तरह के प्रशिक्षण पूर्व से दिए जा रहे है जिसमे पुलिस जवान ,ग्राम प्रहरी ग्राम चोकीदार,  भूत पूर्व सेनिक, महिला एवं युवा मंगल दल, होमगार्ड एवं पी आर डी जवान सम्मलित रहै हैं  इस तरह के प्रशिक्षण का उदेश्य किसी भी आपदा के दौरान फर्स्ट रिस्पांडर की भूमिका के लिए प्रदेश के युवाओं को तैयार करना है किसी भी आपदा में घायल तक पहुचं बनाने के लिए इस तरह के प्रशिक्षण की विशेष भूमिका रहती है
समापन के दौरान sdrf सेनानायक  रिद्दिम अग्रवाल के द्वारा संबोदन में कहा गया की इस तरह की वर्कशाप  प्रशिक्षण  आपदा के दौरान एक अलग भूमिका निभाते है साथ ही हमे एक दूसरे की कार्य प्रणाली  को समझने का मोका मिलता है जब हमारा उदेश्य एक हो तो प्रशिक्षण  कार्यशाला स्वतः ही ज्ञानबर्धक और  प्रेरणादायक हो जाते है।04 दिवसीय प्रशिक्षण  कार्यशाला के समापन पर  सेनानायक रिद्दिम अग्रवाल ,  उपसेनानायक अजय भट्ट, नवनीत सिंह भुल्लर,  चेयरमेन रेडक्रास उत्तराखंड   आर. एस .वर्मा , डॉक्टर आई. एस. पाल , कोर्स कोडिने्टर हरीश चन्द्र शर्मा ,  प्रशिक्षण प्रभारी इंस्पेक्टर वेद प्रकाश भट्ट के अतरिक्त इंस्पेक्टर जगदीश पंत , जितेंद्र जोशी सिदार्थ कुकरेती, सबइंस्पेक्टर प्रमोद रावत, मनमोहन रावत , जगदम्बा बिजल्वाण, हरक सिंह  राणा, नीरज चौहान, भूपेंद्र गुसांई एवं
मिडिया प्रभारी सब इंस्पेक्टर  प्रवीण आलोक मौजूद रहे

Comments

Popular posts from this blog

गुमखाल में कार खाई में गिरी तीन की मौत

बद्रीनाथ दर्शन कर लौटे रहे श्रद्धालु की कार खाई में गिरी दो घायल

गोचर में खाई में गिरने से हुई बुजुर्ग की मौत