उर्वशी रौतेला छात्राओं के साथ महिला सुरक्षा से संबंधित पहलुओं पर चर्चा की गयी
देहरादून-उत्तराखण्ड़ पुलिस द्वारा आयोजित की जा रही हॉफ मैराथन प्रतियोगिता का थीम महिला सुरक्षा एंव जागरुकता अभियान के तहत जनपद देहरादून पुलिस द्वारा महिला सुरक्षा एंव सशक्तिकरण के संबध में पुलिस लाइन देहरादून में स्कूली छात्राओं के साथ 03 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला के दूसरे दिन अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अशोक कुमार, पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र,
पुष्पक ज्योति, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून, निवेदिता कुकरेती कुमार तथा फिल्म अभिनेत्री उर्वशी रौतेला द्वारा छात्राओं के साथ महिला सशक्तिकरण एवं सुरक्षा से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गयी। कार्यशाला के दौरान अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा उपस्थित छात्राओं व अतिथिगणों को संबोधित करते हुए बताया कि महिलाएं समाज का मूल स्तंभ है। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा बेहद जरूरी है, महिलाओं की सुरक्षा के लिए कानूनों में भी विशेष प्रावधान किए गए हैं
किंतु जब तक महिला शिक्षित नहीं होगी तब तक ना सिर्फ उनका विकास अवरुद्ध रहेगा बल्कि सामाजिक स्तर पर हो रहे अत्याचारों को रोकना भी कठिन होगा। महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस व सरकार के साथ साथ आमजन की भी है। जब तक समाज महिलाओं के प्रति अपना नजरिया नहीं बदलेगा तब तक समाज में महिलाओं की स्थिति में परिवर्तन नहीं आ सकता।
महिलाएं हर संघर्ष में आगे रही है चाहे वह आजादी की लड़ाई हो या आत्म सम्मान के रक्षा की। महिला सुरक्षा व सशक्तिकरण में जो कार्य किए जा रहे हैं वह सराहनीय है, परंतु अभी भी ऐसे कई मुद्दे है जिन पर कार्य किए जाने की आवश्यकता है। हमारे आसपास महिलाएं सहृदय बेटियां, संवेदनशील माताएं, सक्षम सहयोगी व अंय कई भूमिकाओं को बड़ी कुशलता व सौम्यता से निभा रही है परंतु आज भी समाज के कई हिस्सों में उनकी भूमिकाओं को नजर अंदाज किया जा रहा है, जिसके चलते महिलाओं को बड़े पैमाने पर असमानता, उत्पीड़न, वित्तीय निर्भरता व अन्य सामाजिक बुराइयों को सहन करना पड़ रहा है। सदियों से यह बंधन महिलाओं को पेशेवर व व्यक्तिगत ऊंचाइयों को प्राप्त करने से अवरुद्ध करते रहे हैं। पुलिस द्वारा महिला
सशक्तिकरण व सुरक्षा के लिए चलाया जा रहे अभियानों का उद्देश्य महिलाओं में आत्मसम्मान, आंतरिक शक्ति और रचनात्मकता को पोषण करने के लिए ठोस आधार प्रदान करना है। अभिनेत्री उर्वशी रौतेला द्वारा उनके साथ अपने अनुभव को साझा किया गया। उनके द्वारा पुलिस द्वारा आयोजित की जा रही है इस कार्यशाला की सराहना करते हुए कहा गया कि समाज में महिलाएं सशक्त होंगी तभी देश सशक्त हो पाएगा, इस दौरान छात्राओं द्वारा उनसे प्रश्नों के माध्यम से कई मुद्दों पर चर्चा की जिसका उनके द्वारा जवाब दिया गया। उनके द्वारा बताया गया कि महिलाओं को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए मजबूत होना जरूरी है साथ ही प्रत्येक महिला को अपनी सुरक्षा के लिए आत्मरक्षा की ट्रेनिंग लेनी आवश्यक है। आयोजित कार्यशाला के दौरान अलकनंदा अशोक कुमार, रुपाली, मीरा रौतेला, एम0के0पी0 (पी0जी0) काँलेज तथा डी0के0 इन्टर काँलेज की छात्राओं, अध्यापिकाओं व अन्य सम्मानित अथितिगणो द्वारा प्रतिभाग किया गया। उक्त कार्यशाला का संचालन क्षेत्राधिकारी डालनवालाजया बलूनी द्वारा किया गया।
पुष्पक ज्योति, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून, निवेदिता कुकरेती कुमार तथा फिल्म अभिनेत्री उर्वशी रौतेला द्वारा छात्राओं के साथ महिला सशक्तिकरण एवं सुरक्षा से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गयी। कार्यशाला के दौरान अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा उपस्थित छात्राओं व अतिथिगणों को संबोधित करते हुए बताया कि महिलाएं समाज का मूल स्तंभ है। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा बेहद जरूरी है, महिलाओं की सुरक्षा के लिए कानूनों में भी विशेष प्रावधान किए गए हैं
किंतु जब तक महिला शिक्षित नहीं होगी तब तक ना सिर्फ उनका विकास अवरुद्ध रहेगा बल्कि सामाजिक स्तर पर हो रहे अत्याचारों को रोकना भी कठिन होगा। महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस व सरकार के साथ साथ आमजन की भी है। जब तक समाज महिलाओं के प्रति अपना नजरिया नहीं बदलेगा तब तक समाज में महिलाओं की स्थिति में परिवर्तन नहीं आ सकता।
महिलाएं हर संघर्ष में आगे रही है चाहे वह आजादी की लड़ाई हो या आत्म सम्मान के रक्षा की। महिला सुरक्षा व सशक्तिकरण में जो कार्य किए जा रहे हैं वह सराहनीय है, परंतु अभी भी ऐसे कई मुद्दे है जिन पर कार्य किए जाने की आवश्यकता है। हमारे आसपास महिलाएं सहृदय बेटियां, संवेदनशील माताएं, सक्षम सहयोगी व अंय कई भूमिकाओं को बड़ी कुशलता व सौम्यता से निभा रही है परंतु आज भी समाज के कई हिस्सों में उनकी भूमिकाओं को नजर अंदाज किया जा रहा है, जिसके चलते महिलाओं को बड़े पैमाने पर असमानता, उत्पीड़न, वित्तीय निर्भरता व अन्य सामाजिक बुराइयों को सहन करना पड़ रहा है। सदियों से यह बंधन महिलाओं को पेशेवर व व्यक्तिगत ऊंचाइयों को प्राप्त करने से अवरुद्ध करते रहे हैं। पुलिस द्वारा महिला
सशक्तिकरण व सुरक्षा के लिए चलाया जा रहे अभियानों का उद्देश्य महिलाओं में आत्मसम्मान, आंतरिक शक्ति और रचनात्मकता को पोषण करने के लिए ठोस आधार प्रदान करना है। अभिनेत्री उर्वशी रौतेला द्वारा उनके साथ अपने अनुभव को साझा किया गया। उनके द्वारा पुलिस द्वारा आयोजित की जा रही है इस कार्यशाला की सराहना करते हुए कहा गया कि समाज में महिलाएं सशक्त होंगी तभी देश सशक्त हो पाएगा, इस दौरान छात्राओं द्वारा उनसे प्रश्नों के माध्यम से कई मुद्दों पर चर्चा की जिसका उनके द्वारा जवाब दिया गया। उनके द्वारा बताया गया कि महिलाओं को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए मजबूत होना जरूरी है साथ ही प्रत्येक महिला को अपनी सुरक्षा के लिए आत्मरक्षा की ट्रेनिंग लेनी आवश्यक है। आयोजित कार्यशाला के दौरान अलकनंदा अशोक कुमार, रुपाली, मीरा रौतेला, एम0के0पी0 (पी0जी0) काँलेज तथा डी0के0 इन्टर काँलेज की छात्राओं, अध्यापिकाओं व अन्य सम्मानित अथितिगणो द्वारा प्रतिभाग किया गया। उक्त कार्यशाला का संचालन क्षेत्राधिकारी डालनवालाजया बलूनी द्वारा किया गया।
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