वायु सेना के पर्वतारोही दल में एक की मौत, दो गंभीर
गोपेश्वर। त्रिशूल पर्वत पर वायु सेना का लगभग 20 लोगों का दल पर्वतारोहण के लिए गए जिसमें दल के तीन सदस्यों की तबीयत बिगड़ गई। इन्हें हेलीकाॅप्टर से रेस्क्यू कर सेना हाॅस्पिटल जोशीमठ लाया गया, जहां एक की मौत हो गई और दो गंभीर रूप से बीमार हैं।जानकारी के अनुसार चमोली जिले के त्रिशूल पर्वत पर पर्वतारोहण के लिए वायु सेना के तीन पर्वतारोही कुछ दिन पहले रवाना हुए थे। सभी देहरादून से अनुमति लेकर गए थे। लेकिन यहां कापफी ऊंचाई पर जाकर तीनों की तबियत बिगड़ गई। इन्होंने किसी तरह सूचना अपने सेंटर तक पहुंचाई। बताया जा रहा है कि वायु सेना का हेलीकाॅप्टर इनकी मदद के लिए पहुंचा।
यहां से रेस्क्यू कर इन्हें एमएच जोशीमठ लाया गया, जहां एक पर्वतारोही की मौत हो गई। बाकी दोनों सदस्यों की हालत भी गंभीर बनी हुई है। चमोली जिला प्रशासन ने इसकी पुष्टि की है।प्राप्त जानकारी के अनुसार एक सप्ताह पहले वायुसेना का यह दल त्रिशूल पर्वतारोहण के लिए गया था। त्रिशूली पर्वत नन्दा देवी वायसपफेयर के अंतर्गत आता है। वन विभाग देहरादून से इन्होंने अनुमति ली थी। बुध्वार की शाम को जानकारी एसडीआरएपफ को दी गई। सेना के हेलीकाॅप्टर ने आज रेस्क्यू किया। इससे पहले भी त्रिशूल पर्वतारोहण के दौरान हादसे हो चुके हैं।जोशीमठ लाया गया, जहां एक की मौत हो गई और दो गंभीर रूप से बीमार हैं।
यहां से रेस्क्यू कर इन्हें एमएच जोशीमठ लाया गया, जहां एक पर्वतारोही की मौत हो गई। बाकी दोनों सदस्यों की हालत भी गंभीर बनी हुई है। चमोली जिला प्रशासन ने इसकी पुष्टि की है।प्राप्त जानकारी के अनुसार एक सप्ताह पहले वायुसेना का यह दल त्रिशूल पर्वतारोहण के लिए गया था। त्रिशूली पर्वत नन्दा देवी वायसपफेयर के अंतर्गत आता है। वन विभाग देहरादून से इन्होंने अनुमति ली थी। बुध्वार की शाम को जानकारी एसडीआरएपफ को दी गई। सेना के हेलीकाॅप्टर ने आज रेस्क्यू किया। इससे पहले भी त्रिशूल पर्वतारोहण के दौरान हादसे हो चुके हैं।जोशीमठ लाया गया, जहां एक की मौत हो गई और दो गंभीर रूप से बीमार हैं।
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