वीर नारियों को सम्मानित करते जनरल सुरिंदर सिंह ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ
देहरादून - जहां एक तरफ पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक के 1 साल पूरे हो गये! वीर सैनिकों को सम्मानित किया गया बहुत खुशी का दिन हैं।सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में कुछ जानकारी मिली पर मामला सेना से जुड़ा है इसलिए उजागर नहीं कर रहा हूं लेकिन बहुत करीब से मुलाकात हुई उन से क्योंकि सैनिकों पहचान उजागर नहीं करना चाहता हूं। इसलिए इस विषय पर ज्यादा कुछ नही लिख रहा हूं आज केंद्र बिंदु में सिर्फ सैनिकों का सम्मान और उनकी वीर नारियों का सम्मान ही केंद्र हैं। वही क्लेमेंट टाउन स्थित गोल्डन -की डिवीज़न में सेना के विशिष्ट अधिकारी एवं जवानों को उनके असाधारण साहस और विशिष्ट सेवा के लिए उन्हें सम्मानित किया गया यह समारोह पशिचमी कमान
की ओर से आयोजित किया गया था पशिचमी कमान हरियाणा पंजाब हिमाचल और उत्तराखंड के राज्य में फैली हुई है और इसकी जिम्मेदारी भारत के सबसे विकसित और उपजाऊ क्षेत्रों की रक्षा करना है जो कि पशिचमी सीमा से लगे हुए हैं इस मौके पर लेफ्टिनेंट जनरल सुरिदर सिंह अति विशिष्ट सेवा मेडल विशिष्ट सेवा मेडल जनरल ऑफिसर कमांडिंग -इन -चीफ पश्चिम कमान ने शौर्य और विशिष्ट सेवा के लिए सौ से अधिक पुरस्कार प्रदान किये।पशिचमी कमान की 17 उत्कृष्ट यूनिटों को भी इस उपलक्ष पर सम्मानित किया गया 22 वीरता पुरस्कारों की प्रस्तुति समारोह का मुख्य आकर्षण था जिसमें 22 सैन्य अधिकारियों एवं जवानों का संक्षिप्त प्रशस्ति पत्र पढ़ते हुए प्राप्तकर्ताओं को पदक से सम्मानित किया गया विपरीत परिस्थितियों में अदम्य साहस और असाधारण बहादुरी की गाथा सुनकर पूरा सभागार देश भक्ति से सराबोर हो गया वीर नारियों को सम्मानित करते लेफ्टिनेंट जनरल सुरिदर सिंह ऑफिसर कमांडिंग -इन -चीफ ने 6 सैनिकों को मरणोप्रांत सेना मेडल से सम्मानित किया गया जिसे वीर नारीयोंशहीद मेजर अमित देशवाल की धर्मपत्नी नीता देशवाल जो की देहरादून की निवासी हैं ने अपने पति की शहादत के बाद भारतीय सेना में शामिल होने का निश्चय किया वह वर्तमान में अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी चेन्नई में प्रशिक्षण ग्रहण कर रही हैं। लेडी कडेट नीता देशवाल से उनके साहसिक एवं अद्ववितीय निर्णय के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा मैंने अपने पति के उद्देश्य आकांक्षाओं और सपनों को पूरा करने के लिए भारतीय सेना में शामिल होने का निश्चय किया। वे अब भी हर कदम पर मेरा मार्गदर्शन करते आ रहे हैं। दून घाटी सबसे अधिक वीरता पुरस्कार विजेताओं के लिए जानी जाती है देहरादून के अत्यधिक अलंकृत सेवा निवृत दिग्गजों ने समारोह की शोभा बढाई।
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