पुलिस ने सर्राफा व्यापारी की दुकान में चोरी करने वाले तीन चोर पकड़े
देहरादून – पीडित अजय वर्मा पुत्र ओमवीर वर्मा निवासी सरस्वती मार्केट धामावाला बाजार कोतवाली नगर देहरादून ने चौकी लक्खीबाग कोतवाली नगर देहरादून पर आकर तहरीर दी गयी कि 19-अगस्त को प्रातः जब वह दुकान पर पहुँचे तो उनका कारीगर सोमनाथ अधिकारी दुकान पर मौजूद नही मिला।
जब उनके द्वारा दुकान में रखा हुआ सोने का सामान चैक किया गया तो उनके द्वारा कारीगर सोमनाथ को दिया हुआ 230 ग्राम सोना भी गायब था। जब उनके द्वारा कारीगर को फोन मिलाया तो उसका फोन लगातार बन्द आ रहा था । तहरीर के आधार पर चौकी लक्खीबाग कोतवाली नगर पर तत्काल् मु0अ0सं0-356/23 धारा 381 भादवि बनाम बाईस्तबा सोमनाथ अधिकारी पंजीकृत करते हुए घटना से तत्काल उच्चाधिकारीगणों को अवगत कराया गया। गठित टीम ने वादी अजय वर्मा के कारीगर सोमनाथ अधिकारी की तलाश में उसके मोबाइल नम्बर की सीडीआर का देखा तो सोमनाथ अधिकारी ने मुम्बई के कुछ नम्बरों से फोन द्वारा लगातार वार्तालाप करना प्रकाश में आया, यह भी ज्ञात हुआ कि उसके द्वारा अपना फोन 19 अगस्त को दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के पास बन्द किया गया, जिस पर तत्काल एक टीम को दिल्ली रवाना किया गया। टीम ने दिल्ली पहुँचकर स्थानीय मुखबिर तंत्र लगये निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के पास करीब 250 होटलों, धर्मशालाओं, गेस्ट हाउसों को चैक किया गया तथा इस दौरान मुम्बई जाने वाली ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों की सूची को चैक किया गया। पुलिस द्वारा की जा रही लगातार कार्यवाही के दौरान पुलिस टीम को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुय़ी की सोमनाथ अधिकारी वादी अजय वर्मा की दुकान से चुराये हुये माल सहित अपने मुम्बई के एक अन्य साथी के साथ निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन दिल्ली से साय के समय मुम्बई जाने वाली ट्रेन से भागने की फिराक में है। सूचना पर विश्वास करते हुए पुलिस टीम ने निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के विभिन्न प्रवेश स्थानों पर मुखबिरों के साथ निगरानी करते हुये घटना में संलिप्त सोमनाथ अधिकारी तथा उसके अन्य साथी दीवाकर पाल को चुराये हुये 200 ग्राम सोने के साथ गिरफ्तार किया गया। जिनके द्वारा पूछताछ में घटना में वादी अजय वर्मा की दुकान पर काम करने वाले एक अन्य कारीगर राजीव सामन्तों का भी शामिल होना बताया गया जिसे पुलिस टीम ने 23-मार्च को प्रातः राजा रोड देहरादून से चुराये गये 30 ग्राम सोने के साथ गिरफ्तार कर घटना का सफल अनावरण किया गया । पूछताछ में अभियुक्त सोमनाथ अधिकारी द्वारा बताया गया कि मैं मार्च 2023 से अजय वर्मा के यहाँ पर सोने की कारीगरी का काम कर रहा हूँ, अजय वर्मा द्वारा मुझे आभूषण तैयार किये जाने हेतु 200 से 250 ग्राम सोना दिया जाता था। पिछले काफी समय से मेरे घर पर आर्थिक तंगी चल रही है, जिस कारण जून माह में मैने अजय वर्मा द्वारा दिये गये सोने मे से 20 ग्राम सोना बेचकर उससे प्राप्त धनराशि को अपने घर भिजवाया गया था। लेकिन इस बात का पता अजय वर्मा को चल गया, जिसके बाद उनके द्वारा मुझसे अपना 20 ग्राम सोना वापस मांगा गया, किन्तु आर्थिक स्थिति सही नही होने के कारण मैं सोना लौटाने में सक्षम नही था। मैने यह बात अपने साथ में काम करने वाले कारीगर राजीव सामन्तों को बतायी तो राजीव सामन्तो ने मुझसे कहा कि तुझे अजय वर्मा ने आभूषण बनाने के लिये जो सोना दिया है उसे लेकर यहाँ से भाग जा और यहां से भागकर अपने घर मत जाना तथा अपना मोबाईल फोन भी बन्द रखना यहाँ कोई दिक्कत होगी तो मैं सम्भाल लूगाँ। इस योजना में मेरा साथ देने के लिये राजीव सामन्तो ने मुझसे 30 ग्राम सोना लिया। इसके बाद मै योजनाबद्ध तरीके से राजीव सामन्तो के सिखाये अनुसार अजय वर्मा द्वारा आभूषण बनाने के लिये मुझे दिये गये सोने को लेकर यहां से भाग गया। चोरी किया हुआ सोना लेकर मेरी अपने ही बगल के गाँव के मित्र दिवाकर पाल जो की मुम्बई में सोने की कारीगरी का काम करता है के पास जाने की योजना थी, मैने दिवाकर से सम्पर्क कर उसे पूरी योजना बताई तो वो मेरा साथ देने के लिये तैयार हो गया। दिनाँक 19-08-23 को प्रातः देहरादून से ट्रेन से निकलकर मैं सीधे दिल्ली पहुँच गया तथा वहां मैं एक होटल में रुक गया। मैने दिवाकर को फोन करके उसे मुम्बई से दिल्ली बुला लिया। जहाँ मैने चोरी किये माल में उसे आधा हिस्सा देने की बात कही। हमारा चोरी का माल लेकर मुम्बई भाग जाने तथा वहीं पर रहने की योजना थी। आज भी हम मुम्बई भागने की फिराक में थे तभी देहरादून पुलिस ने हमें गिरफ्तार कर लिया।
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