ट्रांसपोर्ट बुकिंग में ऑनलाइन ठगी करने वाले अर्न्तराज्जीय गिरोह के छ: गिरफ्तार

देहरादून –  विजय भट्ट निवासी रानीपोखरी थाने में लिखित तहरीर दी गई कि  24 दिसंबर 22 को मेरे सी एस सी सेंटर में दो व्यक्ति आये और बताया कि हम आपके एकाउंट में ₹ 50,000 हजार रुपए डलवा रहे हैं, आप हमें नगद दे दो, जब मेरे एकाउंट में ₹ 50000/- आए तो मैंने उन्हें ₹ 49,500/- नगद दे दिए, कुछ दिन बाद मैं जब अपने खाते से पैसे निकालने बैंक गया तो पता चला कि मेरा खाता होल्ड हो रखा है ।


जानकारी करने पर बैंक द्वारा एक मोबाइल नंबर दिया गया, जिस पर मेरे द्वारा जानकारी की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि हमारा ज्योति रोडलाइंस के नाम से गाजियाबाद उ0प्र0 में ट्रांसपोर्ट का काम है, हमारी कुछ मशीनें रोहतक हरियाणा से गोरखपुर उ0प्र0 आनी थी, जिसके लिए हमने ऑनलाइन ट्रांसपोर्ट का नंबर ढूंढा था और किसी व्यक्ति ने फर्जी तरीके से हमसे ₹ 50000/- आपके खाते में जमा करा दिये थे, जब हमें पता चला कि ये व्यक्ति फर्जी है और हमें कोई ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था नहीं की गई तो फिर मेरे द्वारा आपके खाते को होल्ड कराया गया, जिस कारण मुझे पता चला कि मेरे साथ धोखाधड़ी हो गई है। वादी की तहरीर पर तत्काल मु0अ0सं0 04/23 धारा 420 IPC पंजीकृत किया गया ।  विवेचना उपनिरीक्षक रघुवीर कप्रवाण के सुपुर्द की गई। 




 थानाध्यक्ष थाना रानीपोखरी शिशुपाल राणा द्वारा  02 अलग- अलग टीमें गठित कर उनका नेतृत्व करते हुये घटनास्थल के आस-पास लगे व अभियुक्तों के आने-जाने वाले रूट पर लगे CCTV कैमरों को चैक किया गया, जिसमें पुलिस टीम को 4-5 संदिग्ध व्यक्तियों का एक नीले रंग की दिल्ली नंबर की कार में आना-जाना प्रकाश में आया । अभियुक्तों के संबंध में पुलिस टीम द्वारा सुरागरसी-पतारसी व सर्विलांस के माध्यम से लगातार जानकारी की जा रही थी तो अभियुक्तगणों के मियांवाला के आसपास रूके होने के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई तथा स्मार्ट सिटी/यातायात कार्यालय से भी लगातार संदिग्ध वाहन के रूट के बारे में जानकारी की गई तो उक्त संदिग्ध वाहन का ज्यादातर थानों रायपुर रोड एवं हर्रावाला डोईवाला के बीच में आना-जाना प्रकाश में आया, जिस पर पुलिस टीमों द्वारा लगातार थानों रायपुर रोड एवं डोईवाला हर्रावाला रोड पर निगरानी व चैकिंग की जा रही थी, दौराने चैकिंग एवं मुखबिर की सूचना पर  13 जनवरी 23 को समय 19:30 बजे थानो भोगपुर रोड पर जाखन पुल से अभियुक्तगणों को मय वाहन संख्या DL12CS-7534 ERTIGA नीला रंग के साथ गिरफ्तार किये सत्यम सिंह पुत्र दीप सिंह रजावत नि0 ग्राम कैलोर थाना माधोगढ़ जिला जालौन, उ0प्र0, उम्र 26 वर्ष।ऋषिराज सिंह उर्फ गौरव पुत्र रामप्रकाश सिंह चौहान नि0 ग्राम सहन थाना कुर्रा जिला मैनपुरी, उ0प्र0,उम्र 20 वर्ष।राहुल सिंह पुत्र राकेश सिंह नि0 ग्राम मजगांव थाना मजगांव जिला हमीरपुर, उ0प्र0, उम्र 25 वर्ष।रितिक चौहान पुत्र अशोक चौहान नि0 अग्रवाल मोहल्ला कोतवाली मैनपुरी उ0प्र0, उम्र 20 वर्ष।अंकित प्रताप सिंह पुत्र सुपेन्द्र सिंह नि0 हरोली थाना माधोगढ़ जिला जालौन उ0प्र0, उम्र 25 वर्ष।कृष्णेन्द्र प्रताप सिंह पुत्र कमोद प्रताप सिंह नि0 माधोगढ़ जिला जालौन उ0प्र0, उम्र 27 वर्ष।अभियुक्त से बरामद फर्जी मोबाइल नम्बर, फर्जी बैंक खाता संख्या व बैंक ट्रांजैक्शन के आधार पर अभियुक्तों ने ऑनलाईन तरीके से ठगी करना ज्ञात हुआ है जिस कारण उपरोक्त अभियोग में धारा IT Act की बढोत्तरी की गयी।


पूछताछ में अभियुक्त सत्यम द्वारा बताया गया कि मेरे द्वारा 01 माह पूर्व देहरादून हर्रावाला में विंडलास में एक फ्लैट किराए पर लिया था । हमारे द्वारा अपने कुछ मोबाइल नंबर फर्जी ट्रांसपोर्ट कंपनी के नाम से नैट पर अपलोड किए गए थे तथा ऑनलाइन या जस्ट डायल मोबाइल ऐप्प के माध्यम से जो लोग ट्रांसपोर्ट बुकिंग हेतु उक्त नंबरों को सर्च कर हमसे संपर्क करते थे, हम उनको कॉल करके ट्रांसपोर्ट बुकिंग के नाम पर फर्जी तरीके से बिल्टी और ट्रक की फोटो भेज कर एडवांस में पैसा जमा करा देते हैं । लोगों से ठगी कर माँगे गए पैसे हमारे द्वारा एक फर्जी यूनियन बैंक के खाते में डलवाए जाते थे, जिन्हें निकालने के लिए हमारे द्वारा फोन पर यूनियन बैंक का एक ऐप्प डाउनलोड किया गया था, जिससे हम UPI के माध्यम से या किसी CSC सेंटर या दुकान वाले के खाते में ट्रांसफर कर उससे नगद प्राप्त कर लेते थे या ATM से निकाल लेते थे।  कुछ समय पूर्व गाजियाबाद के एक व्यक्ति द्वारा हमसे ट्रांसपोर्ट बुकिंग के संबंध में संपर्क किया गया, तथा उक्त पैसे को ट्रांसफर करवाने के लिए हम देहरादून से बाहर किसी CSC सेंटर की तलाश में थे, हमारे द्वारा उक्त पैसे को ट्रांसफर करवाने के लिए CSC सेंटर रानीपोखरी मालिक से संपर्क किया गया तथा उसे उसके ऐवज में कुछ पैसे देने की बात कही गई तो वह तैयार हो गया, उसके बाद हमने गाजियाबाद से उसके खाते में ₹ 50000/- डलवाकर उससे ₹ 49,500/- नगद प्राप्त कर लिये । अभियुक्तगणों से पूछताछ एवं जांच में पाया गया कि उनके द्वारा अभी तक फरीदाबाद हरियाणा से एक व्यक्ति से ₹ 47,000/-, अहमदाबाद गुजरात से एक व्यक्ति से ₹ 60,000/- तथा झांसी, झारखंड से एक व्यक्ति से ₹ 1,25,000 यूनियन बैंक के फर्जी खाते में डलवाए गए है। पुलिस द्वारा उक्त सभी व्यक्तियों से संपर्क कर जानकारी की गई तो उनके द्वारा अपने साथ हुई ठगी के संबंध में अपने नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज कराना बताया गया जिस कारण अभियुक्तगणों के खाते में ₹ 99,000/- शेष बचे है क्योंकि शिकायत दर्ज होने के कारण उक्त खाता बैंक द्वारा होल्ड किया गया है ।  इसके अतिरिक्त अभियुक्तग द्वारा अन्य राज्यों में भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जाना बताया गया है, जिसके सम्बन्ध में जानकारी की जा रही है । एक कार ERTIGA नीला रंग नं0 DL12CS-7534।अलग-अलग कंपनियों के 12 मोबाइल फोन। एक डोंगल जिओ कंपनी का।09 ATM कार्ड अलग-अलग बैंकों के। 15 एयरटेल कंपनी के नए सिम बिना एक्टिवेट के मिले।



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