हत्या के तीन आरोपी पुलिस की गिरफ्त में

 ऋषिकेश –शिकायतकर्ता रूपेश गुप्ता पुत्र राजकुमार गुप्ता निवासी  मायाकुण्ड ऋषिकेश द्वारा कोतवाली ऋषिकेश में एक प्रार्थना पत्र दिया कि मेरे पिताजी राजकुमार गुप्ता  15- जनवरी 21 की दोपहर एक बजे रोजमर्रा की भांति घर से अपनी सुजुकी स्कूटी संख्या: यू0के0-14- जी-8978 पर निकले थे, जो अभी तक वापस नहीं आये हैं। हमारे द्वारा अपने सभी रिश्तेदारो के यहां उनकी तलाश की गयी, पर उनका कोई पता नहीं चल सका।इस सम्बन्ध में कोतवाली ऋषिकेश पर तत्काल गुमशुदगी संख्या- 03/21 पंजीकृत कर गुमशुदा व्यक्ति की तलाश प्रारम्भ की गयी।


प्रभारी निरीक्षक ऋषिकेश के द्वारा चार अलग-अलग टीमें गठित की गयी।गठित टीमों में से प्रथम टीम द्वारा सर्विलांस के माध्यम से लगभग 100 से अधिक नम्बरों की काल डिटेल्स व डंप डाटा का बारीकी से विश्लेषण किया गया, द्वितीय टीम द्वारा घटना स्थल, निजी सस्थानो, दुकानों, घरों में लगे लगभग 55 सीसीटीवी कैमरो को चैक किया गया। पुलिस टीम द्वारा किये गये प्रयासों से एक सीसीटीवी फुटेज में गुमशुदा  राजकुमार 15 जनवरी को अपने घर से अपनी स्कूटी संख्या: यू0के0-14-जी-8978 रंग काला से अकेले मण्डी तिराहा होते हुए काले की ढाल से नंदू फार्म तक तथा नंदू फार्म से एक अन्य व्यक्ति के साथ सोमेश्वर नगर की तरफ जाता हुआ दिखाई दिया। जिस पर पुलिस टीम द्वारा गुमशुदा राजकुमार के साथ जाते हुए दिखाई दे रहे अन्य व्यक्ति की तलाश को मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया तथा आगे के रास्तों की सीसीटीवी फुटेजों को चैक किया गया। मुखबिर के माध्यम से गुमशुदा के साथ जाते हुए व्यक्ति की पहचान सुरेश चौधरी निवासी: बापू ग्राम के रूप में हुई, जिस पर पुलिस टीम द्वारा सुरेश चौधरी की तलाश उसके निवास स्थान पर दबिश दी गयी, तो उसके घर पर दो अन्य व्यक्ति मय वाहन जायलो गाडी के मौजूद मिले। जिन्हें पुलिस टीम द्वारा पूछताछ को थाने लाया गया, व्यक्तियों से सख्ती से पूछताछ करने पर उनके द्वारा गुमशुदा राजकुमार गुप्ता की हत्या कर शव को जनपद बिजनौर क्षेत्र के मण्डावर इलाके में जला देने की बात कुबूल की गयी, अभियुक्तों से प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस टीम द्वारा मण्डावर थाने से सम्पर्क करने पर ज्ञात हुआ कि 16 जनवरी को अभियुक्तों द्वारा बताये गये स्थान पर मण्डावर पुलिस को एक अधजला शव बरामद हुआ था।जिसकी शिनाख्त न होने के कारण 19 जनवरी को मण्डावर पुलिस द्वारा हिन्दू रीति रिवाज से उसका अन्तिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस टीम द्वारा वादी व अभियुक्तों को उनके बताये गये घटना स्थल पर ले जाया गया, जहां सम्बन्धित थाने से घटना से सम्बन्धित अभिलेख व पुलिंदे प्राप्त किये गये, जिन्हें वादी द्वारा अपने पिता राजकुमार गुप्ता से सम्बन्धित होना बताया गया। जिस पर अभियुक्तों को 23 जनवरी  को समय: 19: 00 बजे जनपद बिजनौर के इनामपुर गांव से गिरफ्तार किया गया तथा अभियुक्तों की निशानदेही पर पुलिस टीम द्वारा मृतक की स्कूटी बरामद की गयी। गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम सुरेश चौधरी उम्र: 55 वर्ष पुत्र स्व0 मुंशी राम निवासी: ग्राम गुरदासपुर, थाना स्योहारा, जिला बिजनौर, हाल पता: सुमनविहार, बापूग्राम आईडीपीएल,इन्द्रपाल सिंह उर्फ पप्पू,उम्र: 40 वर्ष पुत्र जयपाल सिंह निवासी: ग्राम गुरदासपुर, थाना स्योहारा, जिला बिजनौर हाल पता: छाबरा फार्म, मंसा देवी श्यामपुर ऋषिकेश, राजकुमार उम्र: 42 वर्ष पुत्र स्वं0 बापूराम निवासी: शक्तिनगर, चक्कर रोड, कोतवाली शहर जिला बिजनौर ,पुलिस ने घटना में प्रयुक्त महिन्द्रा जायलो वाहन संख्या: यू0के0-07-एजी -4419,गुमशुदा की स्कूटी संख्या: यू0के0- 14 जी 8978,शव को जलाने हेतु पैट्रोल में प्रयोग की गयी प्लास्टिक की बोतल,शव को छुपाने में प्रयोग की गयी काली पन्नी बरामदा की गई। पुलिस की पूछताछ में अभियुक्त सुरेश द्वारा बताया गया कि राजकुमार गुप्ता निवासी: मायाकुण्ड ब्याज पर रूपये देने का काम करता था।मेरे द्वारा दो वर्ष पूर्व अपनी बेटी नेहा के विवाह के लिए उससे 06 लाख रूपये ब्याज पर लिये थे।जिसे मेरे द्वारा किश्तों के रूप में लगातार दिया जा रहा था। किन्तु राजकुमार गुप्ता द्वारा मुझ पर और पैसों के लिये लगातार दबाव बनाया जा रहा था। राजकुमार गुप्ता एक चरित्रहीन व्यक्ति था व उसकी मेरी पत्नी पर गलत निगाह थी। मेरे द्वारा दो जनवरी को उसे अपने घर पर देखा गया था तभी से मैने राजकुमार गुप्ता की हत्या करने का मन बना लिया था। अपनी योजना को अंजाम देने के लिये मेरे द्वारा अपने भतीजे पप्पू उर्फ इन्द्रपाल व अपने एक अन्य रिश्तेदार राजकुमार निवासी बिजनौर को अपनी योजना के बारे में अवगत कराते हुए उन्हें इसमें शामिल होने तथा घटना को अंजाम देने के बाद दोनो को एक-एक लाख रूपये देने की बात की गयी थी। जिस पर दोनो राजी हो गये और 15-जनवरी को जब रोज की तरह राजकुमार गुप्ता अपनी स्कूटी से बापूग्राम की तरफ आ रहा था तो मेरे द्वारा उसे रास्ते में रोककर पैसे व लडकी का इन्तेजाम होने की बात कहकर अपने साथ चलने को कहा गया, जिस पर राजकुमार तैयार हो गया। मैं राजकुमार को उसकी स्कूटी में  पीछे बैठाकर सोमेश्वर नगर होते हुए बायपास स्थित स्मृति वन के अन्दर जंगल में ले गया, जहां पर पहले से मेरे साथी राजकुमार व इन्द्रपाल गाडी में मौजूद थे। हम तीनों ने जंगल में रस्सी से राजकुमार गुप्ता का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।  16- जनवरी 21 की प्रात: लगभग 03ः30 बजे शव को ठिकाने लगाने के लिए हम उसे महेन्द्रा जायलो वाहन से ले गये पर श्यामपुर फाटक के पास पुलिस की चैकिंग होने के कारण हमें अपना वाहन खैरी श्यामपुर के कच्चे रास्ते से होते हुए मण्डावर बिजनौर ले जाना पडा, और बिजनौर में इनामपुर रजवाहे के पास एक एकांत स्थान पर हमने राजकुमार गुप्ता के शव को पैट्रोल डालकर जला दिया, उसके पश्चात हम तीनो वापस ऋषिकेश आ गये। 



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