फेसबुक पर महिला का फर्जी अकाउंट बनाकर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाला शातिर साइबर अपराधी गिरफ्तार
देहरादून– कोमल (काल्पनिक नाम) के द्वारा एक प्रार्थना पत्र शिकायत जांच प्रकोष्ठ पुलिस कार्यालय में दिया कि फेसबुक पर किसी व्यक्ति द्वारा कल्लू शर्मा के नाम से फर्जी अकाउंट बनाकर वादिनी की फोटो एडिट करके आपत्तिजनक पोस्ट की गई थी, जिसे साइबर सेल में शिकायत करने के पश्चात बंद करा दिया गया था, लेकिन उस व्यक्ति द्वारा पुनः काजल सिंह के नाम से फर्जी अकाउंट बनाकर आपत्तिजनक पोस्ट की गई हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए प्राप्त तहरीर पर जांच व साइबर सेल रिपोर्ट के आधार पर 07अक्टूबर को थाना प्रेमनगर पर मु0अ0सं0 - 158/2020 धारा-67 आईटी एक्ट बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया। विवेचना निरीक्षक सूर्य भूषण सिंह नेगी, प्रभारी निरीक्षक थाना कैंट के सुपुर्द की गई। अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उप महानिरीक्षक /वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार क्षेत्र का अधिकारी मसूरी के पर्यवेक्षण मे थानाध्यक्ष द्वारा आवश्यक दिशा निर्देश एवं महत्वपूर्ण जानकारी व अंतर्गत धारा 55 सीआरपीसी नोटिस का पालन करते हुए एक पुलिस टीम गठित की गई। गठित पुलिस टीम द्वारा आज दिनांक 08. 07अक्टूबर को सुद्दोवाला चौक पर चेकिंग के दौरान मुखबिर खास की सूचना एवं प्रभारी साइबर सेल एसआई नरेश सिंह राठौड़ मय टीम से प्राप्त उपलब्ध महत्वपूर्ण जानकारी के आधार पर राजकीय महिला पॉलिटेक्निक सुद्दोवाला के पास खड़े व्यक्ति भारत मिश्रा पुत्र तेज प्रकाश मिश्रा निवासी 156/8 क्वार्टर क्लेमेंटाउन देहरादून उम्र 28 वर्ष को पकड़ लिया गया एवं कपड़े व्यक्ति तलाशी में अभियुक्त के कब्जे से एक OPPO तथा Mi कंपनी के मोबाइल फोन बरामद हुए, जिनको चेक करने पर मोबाइल की गैलरी में महिलाओं के नग्न /अर्धनग्न फोटो स्टोर मिले तथा फेसबुक चेक करने पर काजल सिंह नाम का फर्जी अकाउंट मिला जिसमें वादिनी के एडिटिंग किए हुए आपत्तिजनक फोटो पोस्ट किए हुए पाए गए जिस पर उक्त व्यक्ति को जुर्म धारा- 67 आईटी एक्ट से अवगत कराते हुए कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए हिरासत पुलिस लिया गया एवं मोबाइल को कब्जे पुलिस लिया गया अभियुक्त को माननीय न्यायालय पेश किया जा रहा है। ऐसे शातिर साइबर अपराधी की गिरफ्तारी से वादिनी तथा जनता के लोगों द्वारा पुलिस कार्य प्रणाली का विश्वसनीयता से आभार व्याप्त करते हुए कहा गया कि इस गिरफ्तारी से भविष्य में साइबर अपराधियों का ऐसी गलती करने का साहस नहीं होगा तथा महिलाओं की स्वतंत्रता एवं सम्मान बना रहेगा तथा पुलिस कार्यप्रणाली पर सदैव भरोसा बना रहेगा।
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